फेसर में सड़क जाम के मामले में 20 नामजद और 10-15 अज्ञात आरोपितों पर प्राथमिकी दर्ज
ज्ञात हो कि गुरुवार को कुछ लोग औरंगाबाद–फेसर–पचरुखिय रोड के फेसर ठाकुरबाड़ी मोड़ के समीप सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे थे
फेसर. फेसर थाना क्षेत्र के फेसर ठाकुरबाड़ी मोड़ के समीप सड़क जाम कर प्रदर्शन करने वाले लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. इस मामले में 20 लोगों को नामजद और 10-15 लोगों को अज्ञात आरोपित बनाया गया है. ज्ञात हो कि गुरुवार को कुछ लोग औरंगाबाद–फेसर–पचरुखिय रोड के फेसर ठाकुरबाड़ी मोड़ के समीप सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान सड़क पर वाहनों का आवागमन रोक दिया गया, जिससे सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी. फेसर थाना के एएसआई पप्पू कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. बताया गया कि प्रदर्शनकारियों ने पचरुखिया–औरंगाबाद मुख्य सड़क को जाम कर यातायात बाधित किया. पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्राम रघोलिया के समीप दो बाइक की आपस में टक्कर हो गयी है. पुलिस टीम इस मामले में मदद के लिए जा रही थी, लेकिन फेसर मोड़ पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस को भी आगे नहीं जाने दिया. पुलिस ने समझाने का प्रयास किया कि सड़क दुर्घटना के स्थल पर गश्ती दल का पहुंचना आवश्यक है, फिर भी अनुमति नहीं दी गयी. जब प्रदर्शनकारियों से सड़क जाम करने का कारण पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि यह रणविजय दूबे द्वारा किसी जमीन पर घर बनाने को लेकर किया गया है. इस विरोध के कारण पुलिस गश्ती दल सड़क दुर्घटना स्थल पर नहीं पहुंच सका. फेसर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष चंदन कुमार ने बताया कि प्रदर्शनकारियों पर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने और कानून का उल्लंघन करने के मामले में केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. नामजद आरोपितों में रवि गुप्ता, जयशंकर कुमार, गुपत निराला, राकेश कुमार, अशोक कुमार गुप्ता, पंकज कुमार उर्फ लुटन यादव, भोला यादव, रामनिवास यादव, सत्येंद्र यादव, संजय प्रसाद गुप्ता, अशोक कुमार गुप्ता, मृत्युंजय कुमार, रामजी यादव, विवेक कुमार, रंजन गुप्ता, सुमित, अमित कुमार, निधि यादव, गोलू साव, दीपक कुमार आदि शामिल हैं.
ग्रामीणों और व्यवसायियों में नाराजगी, विरोध की चेतावनी
सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर अवैध निर्माण का विरोध कर रहे लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने से फेसर के ग्रामीणों और व्यवसायियों में नाराजगी बढ़ गयी है. शुक्रवार को दर्जनों ग्रामीण लोजपा जिलाध्यक्ष चंद्रभूषण सिंह सोनू से मुलाकात कर स्थिति से अवगत कराये. जिलाध्यक्ष ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जिलाधिकारी से पूरे मामले पर चर्चा की. डीएम को दिए आवेदन में कहा गया कि फेसर स्थित सरकारी जमीन पर रणविजय दूबे नामक व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण कर निजी फायदे के लिये निर्माण कराया जा रहा है. यह जमीन 1959 में राज्यपाल के नाम केवाला कराई गई थी. वर्तमान में सीओ द्वारा इसे अवैध बताया जा रहा है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वर्तमान थानाध्यक्ष द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है और दर्जनों लोगों को केस में फंसा दिया गया है. संजय प्रसाद, पंकज कुमार, सुजीत कुमार, रंजन कुमार, गोलू कुमार, दीपक कुमार, गुड्डू कुमार, निखिल कुमार, शिवशंकर कुमार, सत्येंद्र यादव, ओम साव, बब्लू कुमार आदि ने कहा कि वे प्रशासनिक कार्रवाई के विरोध में आंदोलन पर उतरेंगे. फेसर के व्यवसायियों ने भी चेतावनी दी है कि शनिवार से वे अपनी-अपनी दुकानें बंद कर विरोध जतायेंगे.
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