औरंगाबाद में पति की गलत हरकत के कारण महिला थानाध्यक्ष निलंबित, एसपी ने की कार्रवाई

औरंगाबाद के उपहारा थाने के संबंध में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की जांच के बाद एसपी स्वप्नाजी मेश्राम ने थाना प्रभारी किरण कुमारी को दोषी पाया है और उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

By Anand Shekhar | February 26, 2024 9:38 PM

औरंगाबाद जिले के उपहारा थाने की थानाध्यक्ष किरण कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की जांच के बाद एसपी स्वप्ना जी मेश्राम ने किरण कुमारी को दोषी पाते हुए यह कार्रवाई की है. पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी प्रेस बयान के अनुसार, थानाध्यक्ष को निलंबित करते हुए एसपी ने विभागीय कार्रवाई प्रारंभ करने का आदेश दिया है. किरण कुमारी 2018 बैच की सब इंस्पेक्टर हैं और वो अगस्त 2023 में ही उपहारा थाने की थानाध्यक्ष बनी थी. ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष के पति पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है.

डीएसपी ने जांच में थानाध्यक्ष को पाया दोषी

जानकारी के अनुसार, उपहारा थाना के संबंध में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. एसपी ने इसे गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच की जिम्मेदारी डीएसपी मुख्यालय को दी. पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय ने जांच में थानाध्यक्ष को दोषी पाते हुए प्रतिवेदन समर्पित किया. जिसके बाद एसपी ने यह कार्रवाई की है.

ग्रामीणों ने किया था प्रदर्शन

बता दें कि उपहार थाना क्षेत्र के बेला गांव के ग्रामीणों ने मंगलवार (19 फरवरी) को उपहारा पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया था. इस दौरान उपहरा थानाध्यक्ष किरण कुमारी पर नदी से बालू ले जाने के एवज में कथित तौर पर अवैध वसूली करने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया था.

ग्रामीणों ने अवैध वसूली का लगाया आरोप

ग्रामीणों का आरोप था कि वे लोग अपनी बाइक (लूना) से मकान निर्माण के लिए नदी से बालू ढोते हैं, तो थानाध्यक्ष की ओर से कथित तौर पर अवैध वसूली की जाती है. थानाध्यक्ष के पति सरकारी गाड़ी से आते हैं और बाइक से बालू ढोने वाले लोगों से प्रत्येक दिन पैसे की उगाही करते हैं, जिसका एक वीडियो भी ग्रामीणों ने बनाया था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. हालांकि, वायरल वीडियो की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है.

थानेदार ने आरोप को बताया था गलत

ग्रामीणों का कहना था कि मंगलवार की दोपहर ग्रामीण मुन्ना कुमार अपने घर की मरम्मत के लिए लूना से बोरी में बालू भर कर ले जा रहा थे. इस दौरान थानाध्यक्ष के पति कुछ सिपाही को लेकर पहुंचे और वहां पर बैठे लोगों से तू-तू मैं-मैं करने लगे. शोर सुनकर काफी संख्या में ग्रामीण पहुंच गये और थानाध्यक्ष के खिलाफ आक्रोश जताते हुए जमकर प्रदर्शन किये.

थानाध्यक्ष ने आरोपों को बताया गलत

हालांकि, थानाध्यक्ष किरण कुमारी ने आरोपों को गलत बताते हुए कहा था कि पुलिस की कार्रवाई से वैसे लोग नाराज हैं, जो गलत कार्य करते हैं. हाल के दिनों में अवैध बालू खनन व शराब के मामले में की गयी कार्रवाई से लोग नाराज हैं और अवैध वसूली का आरोप लगा रहे हैं, जो बेबुनियाद है.

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