सैकड़ों वर्ष पुरानी छठी अहरा के जीर्णोद्धार की मांग

AURANGABAD NEWS.हसपुरा शहर के चौराही रोड स्थित छठी अहरा के जीर्णोद्धार की मांग स्थानीय लोगों ने जल–जीवन–हरियाली योजना के तहत की है.

By SUJIT KUMAR | December 1, 2025 3:57 PM

प्रतिनिधि, हसपुरा.

हसपुरा शहर के चौराही रोड स्थित छठी अहरा के जीर्णोद्धार की मांग स्थानीय लोगों ने जल–जीवन–हरियाली योजना के तहत की है. हसपुरा का यह छठी अहरा सैकड़ों वर्ष पुरानी ऐतिहासिक धरोहर माना जाता है. यहां पहुंचने के लिए उचित बिगहा धर्मशाला मोड़ और कनाप रोड मुहल्ला–कंचननगर होते हुए मार्ग जाता है. लगभग आधा किलोमीटर लंबाई वाले इस अहरा के नाम 1913 के सरकारी सर्वे में करीब 30 एकड़ जमीन दर्ज है. इसके बावजूद अब तक सरकार की ओर से इसके संरक्षण पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कार्तिक माह में छठ पर्व के बाद इस अहरा परिसर में सालों भर गंदगी का अंबार लगा रहता है. अहरा के पिंड में मौजूद ‘भोकल’ नाम का करहा सिंचाई के लिए उपयोग होता है, लेकिन इसके लगातार टूटे रहने से आवागमन में लोगों को काफ़ी परेशानी उठानी पड़ती है. बिहार पेंशनर समाज के हृदयानंद सिंह, रामजीत प्रसाद, छठी अहरा सूर्य मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष दीपक पटेल गुंजन, रामचंद्र प्रसाद गुप्ता और विनोद सिंह ने बताया कि यह स्थल स्थानीय क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहर है और इसके संरक्षण की तत्काल जरूरत है.

आस्था का केंद्र है छठी अहरा

हसपुरा शहर का छठी अहरा प्रखंडवासियों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है. इसकी विशेषता है कि यह वर्षभर जल से भरा रहता है. इसी अहरा में विभिन्न त्योहारों के कलश और मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है. कार्तिक माह में छठ व्रत के आयोजन का यहां विशेष महत्व माना जाता है.

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