दाउदनगर-बारुण नहर रोड पर दुर्घटना का खतरा, मोड़ पर नहीं संकेतक बोर्ड
तेज रफ्तार गाड़ियों के दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना बढ़
तेज रफ्तार गाड़ियों के दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना बढ़ीदाउदनगर. सड़क सीधी हो और अचानक एक मोड़ आ जाये, ऊपर से वहाँ कोई सावधानी संकेत या रेलिंग न हो तो तेज रफ्तार गाड़ियों के दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना बढ़ जाती है. दाउदनगर-बारुण नहर रोड पर ठीक ऐसा ही हाल देखने को मिल रहा है. चौरम पुल से बारुण की ओर नहर की सड़क आगे जाकर तेजपुरा लॉक के पास 90 डिग्री पर मुड़ जाती है. इस मोड़ के पास न कोई संकेतक बोर्ड है और न ही आगे सुरक्षा रेलिंग, जिसके कारण वाहन सीधे नहर या नहर के ढलान में गिर जाते हैं.
शुक्रवार रात बाल-बाल बचे वाहन सवार
शुक्रवार की देर रात एक चार पहिया वाहन अचानक असंतुलित होकर पलट गया और उस पर सवार लोग बाल-बाल बच गये. गनीमत रही कि नहर में पानी नहीं था. दाउदनगर से बारुण की ओर इस नहर पथ से बड़ी संख्या में छोटे वाहन गुजरते हैं. वाहन तेज गति से चलते हैं और अचानक आने वाले इस घुमावदार मोड़ के कारण दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है. ऐसी स्थिति में यहां सुरक्षात्मक उपाय किए जाने की सख्त जरूरत है.
अनजान वाहन चालकों के लिए जोखिम अधिक
स्थानीय निवासी व प्रधानाध्यापक अंबुज कुमार ने लोकसभा चुनाव से पहले इस मुद्दे को सोशल मीडिया पर उठाया था. उस दौरान वे प्रतिदिन सोननगर विद्यालय जाते थे और इस स्थान की स्थिति देखकर दुर्घटना की आशंका से चिंतित रहते थे. उन्होंने बताया कि सामान्यतः स्थानीय वाहन तो सावधानीपूर्वक मुड़ जाते हैं, लेकिन शादी-विवाह या अन्य आयोजनों में आने वाले अधिकांश चालक इस मार्ग से अनजान होते हैं और रात्रि में लौटते समय यहाँ दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि लगभग रोज यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन अब तक प्रशासन, पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस दिशा में नहीं गया है. चुनाव आते-जाते रहते हैं, वादे किए जाते हैं, पर जनता की परेशानियां वहीं की वहीं रह जाती हैं.
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