न्यायालय कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
सचिव नवीन कुमार ने बताया कि इस तरह की घटना बहुत ही निंदनीय है और हमलोग बांका के साथियों के साथ हैं
दाउदनगर. प्रदेश व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के आह्वान पर बांका न्यायमंडल में अविसाक्ष्य लेखक के साथ न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा किये गये कथित अत्याचार और मारपीट की घटना के विरोध में औरंगाबाद व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के सभी कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. कर्मचारियों ने काली बांधे हुए अपने कार्यों का निर्वहन किया. संघ के जिलाध्यक्ष श्रीकांत कुमार ने कहा कि पटना उच्च न्यायालय द्वारा बांका के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सत्य भूषण आर्य और न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी क्षितिज अनुपम के विरुद्ध कर्मचारियों के हित की रक्षा करते हुए उचित निर्देश दिया जाये. क्योंकि, न्याय के मंदिर में निर्णय सुनाने वाले न्यायाधीश द्वारा अपने कर्मचारियों को इस तरह प्रताड़ित किया जायेगा, तो न्यायालय पर विश्वास करना मुश्किल हो जायेगा. सचिव नवीन कुमार ने बताया कि इस तरह की घटना बहुत ही निंदनीय है और हमलोग बांका के साथियों के साथ हैं. संगठन मंत्री हेमंत कुमार हिमांशु ने कहा कि जब एक व्यक्ति के अधिकारों को खतरा होता है तो हर व्यक्ति के अधिकार कम हो जाते हैं. अन्याय होने पर चुप रहना, अन्याय करने के समान ही है. इसलिए अपने मान और सम्मान के लिए सभी साथियों के द्वारा समर्थन दिया जा रहा है.
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