धान खरीद में अनियमितता का आरोप, भाजपा जिला महामंत्री ने सहकारिता मंत्री को लिखा पत्र
AURANGABAD NEWS.पैक्सों एवं व्यापार मंडलों की ओर से धान खरीद में अनियमितता बरते जाने को लेकर भाजपा के जिला महामंत्री आलोक कुमार सिंह ने सहकारिता मंत्री को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने कहा है कि औरंगाबाद जिले में इस वर्ष धान की अच्छी पैदावार हुई है, इसके बावजूद किसानों को सरकार से निर्धारित समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
फोटो नंबर-3- भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता आलोक कुमार सिंह. प्रतिनिधि, औरंगाबाद नगर. पैक्सों एवं व्यापार मंडलों की ओर से धान खरीद में अनियमितता बरते जाने को लेकर भाजपा के जिला महामंत्री आलोक कुमार सिंह ने सहकारिता मंत्री को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने कहा है कि औरंगाबाद जिले में इस वर्ष धान की अच्छी पैदावार हुई है, इसके बावजूद किसानों को सरकार से निर्धारित समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष जिले में पैक्सों एवं व्यापार मंडल के क्रय केंद्रों के माध्यम से केवल दो लाख 37 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी, जबकि सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में 11 लाख 60 हजार मीट्रिक टन से अधिक धान का उत्पादन हुआ था. परिणामस्वरूप लगभग 9.50 लाख मीट्रिक टन धान किसानों को मजबूरी में कम कीमत पर बाजार में बेचना पड़ा. आलोक कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि यही धान बिचौलियों के माध्यम से पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में पहुंच जाता है, जहां उसे समर्थन मूल्य के साथ बोनस देकर खरीदा जाता है. इससे बिहार के किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान में 184 क्रय केंद्र पैक्स और व्यापार मंडल के माध्यम से संचालित हैं. प्रति क्रय केंद्र केवल एक लॉट के अंतर्गत 423 क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जबकि किसानों द्वारा पिछले 15 दिनों से धान की कुटाई की जा रही है. किसानों के पास भंडारण की सुविधा नहीं होने से समस्या और गंभीर हो गयी है. पत्र में मांग की गयी है कि सभी पैक्सों और व्यापार मंडलों के क्रय केंद्रों को पूरी तरह सक्रिय करते हुए प्रति केंद्र कम से कम चार-चार लॉट निर्धारित किये जाएं और सरकार द्वारा तय समर्थन मूल्य 2369 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीद सुनिश्चित की जाए. उन्होंने यह भी कहा कि सभी क्रय केंद्रों पर नमी मापने के यंत्र उपलब्ध हैं. इसके बावजूद यदि समर्थन मूल्य पर धान की खरीद नहीं होती है, तो इससे किसानों का सरकार की नीतियों पर से विश्वास उठ जायेगा. आलोक कुमार सिंह ने बताया कि देव नगर पैक्स में सुदी बिगहा और सरब बिगहा के किसान जब धान बेचने पहुंचे तो उन्हें 2100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से ही बिक्री के लिए बाध्य किया गया, जो कि सरकार द्वारा तय समर्थन मूल्य से कम है. उन्होंने मांग की कि अविलंब मानक के अनुरूप धान खरीद सुनिश्चित की जाए.
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