जन जागरण अभियान के तहत निकाला पैदल मार्च
AURANGABAD NEWS.रविवार को शहर के गांधी मैदान से रमेश चौक तक ऑल इंडिया बुद्धिष्ट फोरम और ऑल बुद्धिष्ट ऑर्गेनाइजेशंस ने पैदल मार्च निकाला. इस दौरान बोधगया स्थित विश्व प्रसिद्ध महाबोधि महाविहार की मुक्ति और उसके पूर्ण बौद्ध प्रबंधन की मांग को लेकर बिहार में व्यापक स्तर पर धर्म प्रचार जनसंपर्क यात्रा शुरू की गयी.
महाबोधि महाविहार की मुक्ति और उसके पूर्ण बौद्ध प्रबंधन की मांग की गयी व्यापक स्तर पर धर्म प्रचार जनसंपर्क यात्रा शुरू की गयी. फोटो नंबर-15-पैदल मार्च में शामिल लोग. प्रतिनिधि, औरंगाबाद ग्रामीण. रविवार को शहर के गांधी मैदान से रमेश चौक तक ऑल इंडिया बुद्धिष्ट फोरम और ऑल बुद्धिष्ट ऑर्गेनाइजेशंस ने पैदल मार्च निकाला. इस दौरान बोधगया स्थित विश्व प्रसिद्ध महाबोधि महाविहार की मुक्ति और उसके पूर्ण बौद्ध प्रबंधन की मांग को लेकर बिहार में व्यापक स्तर पर धर्म प्रचार जनसंपर्क यात्रा शुरू की गयी. यह यात्रा रविवार (28 दिसंबर) से 31 जनवरी 2026 तक चलेगी, जिसकी शुरुआत औरंगाबाद से की गयी और बोधगया में समापन होगा. भीखू सुनील पाल थेरो ने बताया कि महाबोधि महाविहार केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि बौद्धों की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान का केंद्र है. बावजूद इसके, बोधगया मंदिर अधिनियम 1949 के तहत महाविहार का प्रबंधन आज भी पूरी तरह बौद्धों के हाथ में नहीं है. इसे बौद्ध समाज के संवैधानिक और मौलिक अधिकारों के खिलाफ बताया गया है. यात्रा के माध्यम से राज्यभर में जनजागरण अभियान चलाया जायेगा, जिसमें बताया जायेगा कि किस प्रकार ऐतिहासिक रूप से समृद्ध बिहार को सामाजिक भेदभाव, जातीय विभाजन और धार्मिक उपेक्षा का शिकार बनाया गया. भगवान बुद्ध ने इसी भूमि से करुणा, शांति और समानता का संदेश दिया था, जिसे आज पुनः मजबूत करने की आवश्यकता है. यात्रा के समापन पर एक फरवरी 2026 को बोधगया में महाजुटान होगा.जिसमें बिहार सहित देशभर से लगभग एक लाख बौद्ध अनुयायियों के शामिल होने की संभावना है. इसी अवसर पर माघ पूर्णिमा महोत्सव के तहत विभिन्न कार्यक्रम, प्रशिक्षण शिविर और 8 फरवरी को बौद्ध सामूहिक विवाह का भी आयोजन प्रस्तावित है.
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