जिले के 176 संकुल केंद्रों पर 26874 नवसाक्षर महिलाओं ने दी बुनियादी साक्षरता परीक्षा
AURANGABAD NEWS.नवसाक्षरों के लिए रविवार को बुनियादी साक्षरता परीक्षा ली गयी. इसके लिए जिले के 176 संसाधन केंद्रों में परीक्षा केंद्र बनाया गया था. परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू हुई, जो शाम चार बजे तक चली. इसमें 15 से 25 वर्ष तक के महादलित, दलित, अल्पसंख्यक एवं अति पिछड़ा वर्ग की महिलाएं शामिल हुईं, जिन्हें आधार सत्यापित के बाद परीक्षा में शामिल कराया गया.
औरंगाबाद नगर.
नवसाक्षरों के लिए रविवार को बुनियादी साक्षरता परीक्षा ली गयी. इसके लिए जिले के 176 संसाधन केंद्रों में परीक्षा केंद्र बनाया गया था. परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू हुई, जो शाम चार बजे तक चली. इसमें 15 से 25 वर्ष तक के महादलित, दलित, अल्पसंख्यक एवं अति पिछड़ा वर्ग की महिलाएं शामिल हुईं, जिन्हें आधार सत्यापित के बाद परीक्षा में शामिल कराया गया. नवसाक्षरों को बुनियादी स्तर पर पढ़ना, लिखना व गणित के लिए अलग से 50 अंक के कुल 150 अंकों के प्रश्न पूछे गये. साक्षरता के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी रवि कुमार रोशन ने बताया कि वर्ष 2024-25 व 2025- 26 में साक्षरता केंद्र पर 15 से 45 वर्ष के महिलाओं को बुनियादी शिक्षा दी गयी. बुनियादी शिक्षा प्राप्त करने वाले महिलाओं के बीच परीक्षा का आयोजन किया गया है. उत्तपुस्तिका की जांच के बाद उत्तीर्ण नवसाक्षरों को साक्षरता प्रमाणपत्र दिया जायेगा. डीपीओ ने बताया कि प्रखंडों में 176 संकुल संसाधन केंद्र पर 36827 नवसाक्षर को में शामिल होने का लक्ष्य रखा गया था. इनमें से 26,874 महिलाएं परीक्षा में शामिल हुई. उन्होंने परीक्षा के आयोजन के लिए जिले में 1359 शिक्षा सेवक व तालिमी मरकज को लगाया था. साथ ही शिक्षा विभाग से संबंधित अधिकारियों को मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी दी गयी थी. डीपीओ ने बताया कि बुनियादी साक्षरता परीक्षा के आयोजन होने से नवसाक्षर महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है. वहीं सामाजिक भागीदारी का बढ़ावा मिलता है. विदित है कि साक्षरता के तहत जिले के सभी लोगों को साक्षर बनाने का प्रयास जारी है. खास कर महिलाओं को साक्षर बनाने में विशेष जोर दिया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
