दिन के 10 बजे से ही सड़क पर पहुंचने लगे लोग
कलेर अरवल : मानव शृंखला का आयोजन शांतिपूर्ण संपन्न होने के लिए निर्धरित जगहों पर लोगों का आना शुरू हो गया था. दिन के दस बजे तक सभी चयनित जगहों पर लोग पहुंच चुके थे. मानव शृंखला में महिलाओं और बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा देखी गयी. महिला वर्ग में आंगनबाड़ी से जुड़े सभी सेविका, […]
कलेर अरवल : मानव शृंखला का आयोजन शांतिपूर्ण संपन्न होने के लिए निर्धरित जगहों पर लोगों का आना शुरू हो गया था. दिन के दस बजे तक सभी चयनित जगहों पर लोग पहुंच चुके थे. मानव शृंखला में महिलाओं और बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा देखी गयी. महिला वर्ग में आंगनबाड़ी से जुड़े सभी सेविका, सहायिका एवं उनके लाभार्थी, जीविका दीदी, आशा कार्यकर्ता, विद्यालय की शिक्षिकाओं की संख्या सबसे ज्यादा रही. मानव शृंखला को लेकर विद्यालय के बच्चे सुबह नौ बजे से ही सड़क पर आकर धूप में खड़े हो गये जिसके परिणामस्वरूप लगभग आधा दर्जन बच्चे बेहोश होकर सड़क पर ही गिर पड़े. जिसका इलाज मौके पर ही किया गया. बेहोश होकर गिरने वाले बच्चों में राजखरसा, लोदीपुर, मुसेपुर, कामता, परशुसराय मध्य विद्यालय के थे.
वहीं मानव शृंखला को सफल बनाने के लिए सेक्टर के हिसाब से कर्मियों की नियुक्ति की गयी थी. इन सभी कर्मियों में तालमेल का आभाव दिखा जिसके चलते कई जगहों पर लोगों की संख्या ज्यादा देखी गयी तो कई जगहों पर कम. वहीं कुछ सेक्टर के कर्मी आराम फरमा रहे थे. इस मानव शृंखला में सभी महत्वपूर्ण लोगों ने हिस्सेदारी निभायी. अरवल के विधायक रवींद्र सिंह ने आगानूर में, कलेर प्रखंड के प्रखंड प्रमुख मो सेराज, कलेर राजद अध्यक्ष इमरान खां, कोनी कुट्टी में अरवल जिला लोजपा अध्यक्ष वशिष्ठ पासवान, मधुश्रवां मोड़ पर इस्माइलपुर कोयल के मुखिया आनंद सिंह, मेघनाथ सिंह, पशु चिकित्सक, उमाकांत आिद थे.