बॉब कार्ड बनाने के नाम पर नौ लाख की ठगी, पौने तीन लाख रुपए वापस
बॉब कार्ड से एयरपोर्ट एवं होटल आदि में बेहतर सुविधा दिलाने के नाम पर की गयी ठगी अप्रैल महीने में ओटीपी शेयर करने के बाद खाते से की गयी थी अवैध निकासी
आरा.
जिले के एक शख्स से बेहतर सुविधा के लिए बॉब कार्ड बनाने का झांसा देकर करीब नौ लाख की ठगी कर ली गयी. ठगी इसी साल अप्रैल महीने में की गयी थी. हालांकि साइबर पुलिस की कार्रवाई के बाद उसमें पौने तीन लाख रुपये उनके खाते में वापस आ गये. साइबर पुलिस की ओर से सोमवार को प्रेस बयान जारी कर यह जानकारी दी गयी. इसे लेकर ठगी के शिकार चांदी थाना क्षेत्र के विशुनपुर गांव निवासी माधक कांत सिंह की ओर से साइबर थाने की पुलिस को धन्यवाद दिया गया और काफी प्रशंसा की गयी. उन्होंने ठगी गये पैसे वापस मिलने पर काफी खुशी जतायी है. माधक कांत सिंह की ओर से साइबर थाने में दर्ज प्राथमिकी में कहा गया था कि पांच अप्रैल को वह अपने गांव पर थे. उसी दौरान उनके मोबाइल पर कॉल आया. कॉल करने वाले की ओर से कहा गया कि मुंबई स्थित बॉब कार्ड डिपार्टमेंट से बोल रहा है. कहा कि बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए अच्छी योजना आयी है. उसके तहत बॉब कार्ड बनाने वाले को एक से दो लाख की निकासी का प्रावधान है. उसके अलावे होटल और एयरपोर्ट आदि जगहों पर बेहतर सुविधा मिलती है. उसके झांसे में आकर उनके द्वारा कॉर्ड बनाने की सहमति दे दी गयी. उसके बाद इस व्यक्ति द्वारा इनके व्हाट्सएप पर बॉब क्रेडिट कार्ड वेरिफिकेशन एप्लिकेशन भेजा गया. उसके बाद उसी दिन शाम में बैंक ऑफ बड़ौदा के धनबाद शाखा स्थित उनके खाते से बारी- बारी से नौ लाख दस हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली गयी. तब उनके द्वारा तत्काल 1930 नंबर पर शिकायत दर्ज करायी गयी. साथ ही आरा साइबर थाने में भी आवेदन दिया गया. उस पर कार्रवाई करते हुए साइबर थाने की पुलिस द्वारा फ्रॉड के खाते में गये दो लाख 76 हजार रुपये फ्रिज कराया गया. सोमवार को उक्त राशि उनके खाते में वापस करायी गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
