डूबे दोनों बच्चों का शव बरामद, गांव में पसरा मातम
परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
छठ व्रतियों ने नदी में सेब, नींबू, संतरा व नारियल फेका, जिसे पाने की लालच में डूब गये बच्चे जोकीहाट. महलगांव थाना क्षेत्र के कुर्सेल पंचायत वार्ड संख्या 04 में मंगलवार की दोपहर बकरा नदी में डूबे दोनों बच्चों के शव को बुधवार की सुबह एसडीआरएफ टीम ने बरामद कर लिया. डूबे बच्चों में 10 वर्षीय मो जफीर आलम पिता मसरूल व 13 वर्षीय मो उमर पिता सउद शामिल है. सूचना मिलते ही महलगांव पुलिस घटनास्थल पर शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की तैयारी कर रही थी. लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया. शव को देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. एक साथ एक ही गांव से दो-दो बच्चों की मौत से माहौल पूरी तरह गमगीन है. मालूम हो कि मंगलवार को छठ पर्व व्रतियों द्वारा नदी में सेब, नींबू, संतरा नारियल फेंका गया था. नदी में बहते फलों को देखकर बच्चों को लालच आ गया. तैरकर पानी से फल निकालने लगे. इसी दौरान नदी की धार में गहरे पानी में बह जाने से दोनों बच्चे डूब गये थे. एसडीआरएफ टीम द्वारा मंगलवार को पूरी खोजबीन नदी में की गयी. लेकिन डूबे बच्चों का कोई अता पता नहीं चला. फिर से गोताखोरों ने डुबकी लगाकर बुधवार की सुबह दोनों शवों को बरामद कर लिया. घटना के बाद गांव में मातम छा गया है. वार्ड सदस्य संघ प्रखंड अध्यक्ष याकूब ने मृत बच्चों के परिजनों को पांच पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग जिला पदाधिकारी से की है.
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