बिहार में अस्टिटेंट प्रोफ़ेसर की नियुक्ति का रास्ता साफ़, शिक्षा विभाग ने यूनिवर्सिटी को भेजी सूची

बिहार में अस्टिटेंट प्रोफ़ेसर की नियुक्ति का रास्ता साफ़ हो गया है. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने बिहार के सभी विश्वविद्यालयों को इस संबंध में अभ्यार्थियों की भेजी सूची भेज दी है. सरकार के इस फैसले के बाद पिछले कई माह से अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे सहायक प्राध्यापकों के लिए राहत भरी खबर है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2023 2:32 PM

पटना. बिहार में अस्टिटेंट प्रोफ़ेसर की नियुक्ति का रास्ता साफ़ हो गया है. इस संबंध में शिक्षा विभाग ने बिहार के सभी विश्वविद्यालयों को इस संबंध में अभ्यार्थियों की भेजी सूची भेज दी है. सरकार के इस फैसले के बाद पिछले कई माह से अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे सहायक प्राध्यापकों यानी अस्टिटेंट प्रोफ़ेसरों के लिए राहत भरी खबर है. पिछले कई माह से जिन वजहों से उनकी नियुक्ति नहीं हो पा रही थी, उसको लेकर शिक्षा विभाग ने नीतिगत फैसला ले लिया है. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा है कि बिहार में जल्द ही 461 सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति होने वाली है. इसको लेकर अब शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी कुलसचिवों को पत्र लिखकर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करने को कहा है.

हाई कोर्ट ने लगा रखी है रोक 

दरअसल, 24 फरवरी को पटना हाई कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई की थी. इसके बाद इसकी नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी. हालांकि, चयनित और आयोग द्वारा अंतिम प्रक्रिया पूरा कर लेने वालों को इससे बाहर रखा गया था. अब इसी के आधार पर शिक्षा विभाग इस सहायक प्राध्यापकों की लिस्ट यूनिवर्सिटी को भेजी है. इसके बाद अब इनलोगों की जल्द ही नियुक्ति शुरू की जाएगी. माना जा रहा है कि अगले दो माह में इन लोगों को नियुक्त कर दिया जायेगा.


इन विषयों में होगी नियुक्ति 

जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह की तरफ से इस संबंध में एक पत्र जारी किया गया है. पत्र में कहा गया कि विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा जिन विषयों में नियुक्ति की अनुशंसा की गयी है और अंतिम रूप से निष्पादन के पूर्व विभाग को प्राप्त हुई सूची और विभागीय स्तर से विश्वविद्यालयों को अनुशंसा भेजी जा चुकी है, उनकी नियुक्ति जल्द शुरू कराएं. इसके तहत जिन विषयों में अरबी, अंगिका, सांख्यिकी, लोक प्रशासन, मानवशास्त्र, फारसी, भूगर्भ शास्त्र, धर्मशास्त्र, गांधी विचार, पत्रकारिता व जनसंचार, भोजपुरी, कर्मकांड, पुराण, रसियन, प्राकृत, कार्मिक प्रबंध एवं औद्योगिक संबंध, ज्योतिष, अंबेदकर विचार, इलेक्ट्रॉनिक, व्याकरण, दर्शन, पाली, ग्रामीण अध्ययन, ग्रामीण अर्थव्यवस्था, विधि और हिंदी विषय में नियुक्ति होनी हैं.

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