दो बार की विम्बलडन चैपिंयन इस खिलाड़ी ने टेनिस को कहा अलविदा, US Open में खेला अपना अंतिम मैच

Tennis Player Petra Kvitova retirement: दो बार की विम्बलडन चैंपियन पेत्रा क्वितोवा ने अमेरिकी ओपन 2025 के पहले दौर में हार के बाद प्रोफेशनल टेनिस को अलविदा कह दिया. बेटे के जन्म के बाद 17 महीने बाद कोर्ट पर लौटीं क्वितोवा ने अपने शानदार करियर में दो ग्रैंड स्लैम जीते और कई यादगार पल दिए.

By Aditya Kumar Varshney | August 26, 2025 12:50 PM

Tennis Player Petra Kvitova retirement: दो बार की विम्बलडन चैंपियन पेत्रा क्वितोवा ने अमेरिकी ओपन के पहले दौर में डायने पैरी से मिली हार के बाद प्रोफेशनल टेनिस को अलविदा कह दिया. मुकाबले के बाद भावुक हुईं क्वितोवा की आंखें नम हो गईं और दर्शक दीर्घा में मौजूद उनके पति व कोच जिरि वानेक ने उन्हें गले लगाकर सांत्वना दी. पिछले साल बेटे को जन्म देने के बाद करीब 17 महीने बाद कोर्ट पर वापसी करने वाली क्वितोवा पहले ही साफ कर चुकी थीं कि अमेरिकी ओपन उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा.

17 महीने बाद कोर्ट पर वापसी

पेत्रा क्वितोवा ने जुलाई 2023 में बेटे को जन्म दिया था और मातृत्व अवकाश के कारण लंबे समय तक कोर्ट से दूर रहीं. करीब डेढ़ साल बाद जब वह कोर्ट पर लौटीं तो सभी की निगाहें उनकी वापसी पर थीं. क्वितोवा ने साल की शुरुआत में ही यह घोषणा कर दी थी कि अमेरिकी ओपन उनका विदाई टूर्नामेंट होगा. यही कारण था कि उनके पहले ही मैच पर टेनिस फैन्स और मीडिया की नजरें टिकी रहीं.

Us open में जीत का जश्न मनाती पेत्रा क्वितोवा, फोटो- एक्स

कोविड संक्रमण ने बढ़ाई मुश्किलें

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्वितोवा ने बताया कि कुछ सप्ताह पहले वह कोविड-19 संक्रमण का शिकार हो गई थीं. इस वजह से उन्होंने अमेरिकी ओपन से नाम वापस लेने तक की सोच ली थी. उन्होंने कहा कि मैच वाले दिन सुबह से ही उन्हें लग रहा था कि सब कुछ ठीक नहीं होगा. वह खा नहीं पा रही थीं, बेहद नर्वस थीं और खुद को संभालना मुश्किल हो रहा था. यह अनुभव उनके लिए बेहद नया और चुनौतीपूर्ण था.

करियर की बड़ी उपलब्धियां

क्वितोवा ने 2011 में विम्बलडन फाइनल में मारिया शारापोवा को हराकर ग्रैंड स्लैम का स्वाद चखा था. इसके बाद 2014 में उन्होंने यूजीन बूचार्ड को मात देकर दूसरा विम्बलडन खिताब जीता. 2019 में ऑस्ट्रेलियन ओपन फाइनल में वह नाओमी ओसाका से हार गईं और खिताब से चूक गईं. अपने करियर में क्वितोवा ने कई यादगार जीत दर्ज कीं और अपने दमदार खेल से टेनिस प्रशंसकों के दिलों में खास जगह बनाई.

संघर्ष और वापसी की कहानी

दिसंबर 2016 में उनके करियर पर उस समय संकट आ गया था जब उनके घर में घुसपैठिये ने चाकू से हमला कर दिया. इस घटना में क्वितोवा को गंभीर चोटें आईं और उनके हाथ की बड़ी सर्जरी करनी पड़ी. उस वक्त माना जा रहा था कि उनका करियर खतरे में पड़ गया है, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लंबी रिकवरी के बाद कोर्ट पर वापसी की. उनकी यह जिजीविषा टेनिस इतिहास में हमेशा याद की जाएगी.

ये भी पढ़ें-

US Open: मेदवेदेव का गुस्सा फूटा, बॉन्जी ने कर दिया सबसे बड़ा उलटफेर

स्टीव बकनर को बॉक्सिंग ग्लव्स, आधार कार्ड, मैक्ग्रा और वॉर्न की धुनाई, सचिन तेंदुलकर ने तफसील से सुनाए सारे किस्से

मीराबाई चानू की धमाकेदार वापसी, 193 किग्रा वजन उठाकर मचाया तहलका, इस चैंपियनशिप में जीता गोल्ड