Hockey World Cup : हॉकी वर्ल्ड कप ट्रॉफी के स्वागत में उमड़े लोग, चक दे इंडिया से गूंजा शहर

एफआइएच वर्ल्ड कप हॉकी-2023 ट्रॉफी 13 राज्यों का दौरा करने के बाद ओडिशा के अलग-अलग जिलों का दौरा कर सुंदरगढ़ जिले के राउरकेला में गुरुवार को पहुंचने पर इसके स्वागत में समूचा शहर उमड़ पड़ा.

By Prabhat Khabar | January 13, 2023 7:56 AM

रुवार की शाम पांच बजे जैसे ही एनआइटी में वर्ल्ड कप की ट्राॅफी पहुंची हजारों की संख्या में मौजूद छात्रों ने जोरदार तरीके से स्वागत किया. एनआइटी के मुख्य गेट से ट्राॅफी के प्रवेश करने के बाद ट्राॅफी को स्वागत समारोह के मंच पर लाया गया. एनआइटी के छात्रों ने इस मौके के लिए गीत एवं नृत्य की तैयारी पहले से कर रखी थी. हॉकी मेरा दिल… के नारे से पूरा एनआइटी गूंज उठा. एनआइटी के चितरंग क्लब द्वारा आयोजन को शोकेस करने के लिए एक वॉल पेंटिंग भी बनायी गयी थी.

गूंजा एनआइटी परिसर

संबलपुरी नृत्य व म्यूजिक शो का भी आयोजन किया गया. एनआइटी के अलग-अलग स्टूडेंट क्लबों ने अपने-अपने स्टाइल में वर्ल्ड कप के साथ चीयर किया. भारत की जीत के लिए नारे लगाये. इस दौरान नगर के विधायक शारदा नायक, एडीएम डॉ शुभंकर महापात्र, एनआइटी के निदेशक के उमामहेश्वर राव मौके पर मौजूद थे. एनआइटी के डीन (स्टूडेंट वेलफेयर) सिद्धार्थ एस जेना की देखरेख में आयोजित कार्यक्रम में हॉकी है दिल मेरा के नारे के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ. हॉकी है दिल मेरा के नारे के साथ ओली (हॉकी विश्व कप का मस्कट) ने पूरे एनआइटी परिसर की परिक्रमा की.

स्वागत में उमड़े लोग

एफआइएच वर्ल्ड कप हॉकी-2023 ट्रॉफी 13 राज्यों का दौरा करने के बाद ओडिशा के अलग-अलग जिलों का दौरा कर सुंदरगढ़ जिले के राउरकेला में गुरुवार को पहुंचने पर इसके स्वागत में समूचा शहर उमड़ पड़ा. वेदव्यास मंदिर में राउरकेला एडीएम शुभंकर महापात्र की उपस्थिति में ट्रॉफी की यात्रा शुरू हुई. इसके बाद जहां-जहां से यह ट्रॉफी गुजरी, वहां पर चक दे इंडिया के नारों के साथ-साथ नृत्य-संगीत, शंखनाद, कलशयात्रा के साथ-साथ शाम ढलते ही शहर का आसमां रंग-बिरंगी आतिशबाजी से जगमगा उठा. इस दौरान आसमां से सितारों के नीचे उतरने का अहसास हो रहा था. यात्रा गुरुवार की सुबह वेदव्यास मंदिर में आरती के साथ शुरू हुई.

इसके बाद ट्रॉफी वेदव्यास आश्रम, वेदव्यास गुरुकुल आश्रम, वेदव्यास चौक. टीसीआइ चौक, डांडियापाली, ओल्ड ब्राह्मणी ब्रिज, पानपोष गांधी चौक, देवगांव, गांधी काॅलेज, फर्टिलाइजर हॉकी चौक, चेंबर ऑफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्रीज, एबीएम अस्पताल चौक, सिविल टाउनशिप गुरुद्वारा, हनुमान वाटिका तक पहुंची. इस दौरान गुरुद्वारा से हनुमान वाटिका तक कलशयात्रा व कलश से वर्ल्ड कप का निर्माण आकर्षण का केंद्र रहा. वहां से आंबेडकर चौक, डेली मार्केट (नोडल एचएस), नाला रोड, मधुसूदन चौक, स्टेशन रोड गुरुद्वारा, बिरसा चौक, बंडामुंडा, राउरकेला होम्योपैथिक कॉलेज व ओएसएपी, एनआइटी, सरना चौक, झीरपानी चर्च, कोयलनगर कल्याण मंडप, एयरपोर्ट के पास हॉकी स्टेच्यू, रिम्स, गोपबंधु पाठागार, वीएसएस मार्केट, डीएवी स्कूल, बसंती जगन्नाथ मंदिर, माॅडल जेल, सरकारी आइटीआइ, इंडस्ट्रीयल रोड (रिजर्व पुलिस). कलिंग विहार (छेंड) तथा बीएसएनएल चौक (छेंड) से होकर रात के 11 बजे तक स्टेडियम पहुंचने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया था. समाचार लिखे जाने तक ट्रॉफी का दौरा जारी था.

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