ISL : बेंगलुरू और गोवा के बीच खिताबी भिड़ंत, चैम्पियन बनने की जंग

मुंबई : इंडियन सुपर लीग के पांचवें सत्र में दमदार प्रदर्शन से फाइनल तक का सफर तय करने वाली बेंगलुरु एफसी और एफसी गोवा की टीमें रविवार को यहां खेले जाने वाले टूर्नामेंट के अंतिम मुकाबले को जीत कर पहली बार चैम्पियन बनना चाहेगी. दोनों टीमों को एक-एक बार फाइनल में खेलने का अनुभव है […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 16, 2019 5:45 PM

मुंबई : इंडियन सुपर लीग के पांचवें सत्र में दमदार प्रदर्शन से फाइनल तक का सफर तय करने वाली बेंगलुरु एफसी और एफसी गोवा की टीमें रविवार को यहां खेले जाने वाले टूर्नामेंट के अंतिम मुकाबले को जीत कर पहली बार चैम्पियन बनना चाहेगी.

दोनों टीमों को एक-एक बार फाइनल में खेलने का अनुभव है और दिलचस्प बात यह है कि फाइनल में दोनों को चेन्नयिन एफसी ने हराया था. बेगलुरु एफसी पिछले बार की उपविजेता है तो वहीं एफसी गोवा 2015 में उपविजेता था. लीग स्तर पर दोनों टीमें अंकों के मामले में पर बराबरी पर रही थीं, लेकिन सत्र में दो बार गोवा को हराने के कारण फाइनल में बेंगलुरू का पलड़ा माना जा रहा है.

दोनों टीमों के बीच अब तक हुए चार मुकाबलों में से बेंगलुरु ने तीन में जीत दर्ज की है. बेंगलुरू की टीम सेमीफाइनल के पहले चरण में नार्थईस्ट यूनाइटेड से 1-2 से हार गयी थी, लेकिन सेमीफाइनल के दूसरे चरण को 3-0 से जीतकर टीम ने फाइनल का टिकट कटाया.

एफसी गोवा को दूसरे चरण के सेमीफाइनल में मुंबई ने 1-0 से हराया, लेकिन टीम ने पहले चरण के मुकाबले को ही 5-1 से जीतकर फाइनल में जगह लगभग पक्की कर ली थी. गोवा की टीम ने लीग में अब तक सबसे अधिक गोल किये हैं, लेकिन इसके बावजूद वह बेंगलुरू के खिलाफ दो मैचों में सिर्फ एक गोल कर सकी है.

बेंगलुरू ने उसके खिलाफ पांच गोल किये हैं. चालर्स कुआडार्ट के खिलाड़ियों को अच्छी तरह मालूम है कि लीग स्तर के परिणाम का फाइनल से कोई लेना-देना नहीं है. बीते सत्र में बेंगलुरू की टीम लीग स्तर पर लगभग अजेय रही थी, लेकिन फाइनल में उसे चेन्नइयन एफसी के हाथों हार मिली थी. दूसरी ओर, सर्गियो लोबेरा की टीम भले ही लीग स्तर पर बेंगलुरू के आगे नहीं टिक सकी थी, लेकिन किसी के मन में इस बात को लेकर शंका नहीं है कि यह टीम अगर सर्वश्रेष्ठ खेले तो किसी भी टीम को हरा सकती है.

गोवा के पास मैच में जीत दिलाने वाले खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं. फेरान कोरोमिनास (सत्र में सबसे ज्यादा 16 गोल) और इदु बेदिया ने इस सत्र में शानदार साझेदारी दिखाई है और इस जोड़ी के नाम कुल 23 गोल हैं और 12 गोल करने में मदद कर चुके हैं. टीम को मणिपुर के जैकीचंद सिंह से भी अच्छे खेल की उम्मीद होगी कोरोमिनास लगातार दूसरे साल गोल्डन बूट के सबसे मजबूत दावेदार है.

बेंगलुरू की टीम में भी स्टार खिलाड़ियों की कमी नहीं है जिसके कारण पिछले दो सत्र में इस टीम ने सबसे निरंतर प्रदर्शन किया है. टीम को एक बार फिर से करिश्माई स्ट्राइकर सुनील छेत्री और मिकू से उम्मीदें होगी.

छेत्री ने इस सत्र में नौ गोल किये हैं तो वही मिकू ने पांच गोल दागे हैं. उदांता सिंह ने भी पांच बार गेंद को गोल पोस्ट में डाला है. बेंगलुरू की एक और मजबूत कड़ी गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू है जिन्होंने इस सत्र में 59 बचाव किये है. वह फाइनल में भी इस प्रदर्शन को जारी रखना चाहेंगे.

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