सुशील कुमार ने किया कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वालीफाई, ट्रायल के दौरान समर्थको में चले लात-घुस्से

नयी दिल्ली : दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने अगले साल के राष्ट्रमंडल खेलों के लिये क्वालीफाई कर लिया लेकिन चयन ट्रायल के बाद उनके और चिर प्रतिद्वंद्वी प्रवीण राणा के समर्थक आपस में भिड़ गये. अगले साल ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिये चयन ट्रायल इंदिरा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 29, 2017 7:02 PM

नयी दिल्ली : दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने अगले साल के राष्ट्रमंडल खेलों के लिये क्वालीफाई कर लिया लेकिन चयन ट्रायल के बाद उनके और चिर प्रतिद्वंद्वी प्रवीण राणा के समर्थक आपस में भिड़ गये. अगले साल ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिये चयन ट्रायल इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम पर आयोजित किया गया था.

इस दौरान भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह भी मौजूद थे. तीन साल बाद राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप स्वर्ण जीतकर अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में वापसी करने वाले सुशील ने अपने सारे मुकाबले जीते. मामला तब बिगड़ गया जब सेमीफाइनल में सुशील से हारने के बाद राणा ने दावा किया कि सुशील के समर्थकों ने रिंग में उसके खिलाफ उतरने के लिये उसे और उसके बड़े भाई को मारा.

दूसरी ओर सुशील ने दावा किया कि मुकाबले के दौरान राणा ने उसे मारा. उसने कहा, उसने मुझे पीटा लेकिन कोई बात नहीं. यह मुझे अच्छा खेलने से रोकने की उसकी रणनीति होगी. यह खेल का हिस्सा है. जो कुछ हुआ था, वह गलत था. मैं इसकी निंदा करता हूं. मुकाबला खत्म होने के बाद एक दूसरे के लिये सम्मान था.

राणा उन तीन पहलवानों में थे जिन्होंने पिछले महीने इंदौर में हुई राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में सम्मानस्वरुप सुशील को वाकओवर दिया था. सुशील ने राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप फाइनल में राणा को हराया था. राणा ने यह भी आरोप लगाया कि सुशील के समर्थकों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और कहा है कि आगामी प्रो कुश्ती लीग में खेलने की भूल ना करे.

डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष शरण ने कहा कि यह मामला कुश्ती रिंग के बाहर का है और उन्होंने यह नहीं देखा. उन्होंने हालांकि कहा कि औपचारिक शिकायत दर्ज किये जाने पर कार्रवाई की जायेगी.

उन्होंने कहा, यह मामला हमारे सामने का नहीं है. यह वार्मअप परिसर में हुआ. यह एक धड़े की ओर से उकसाया गया था. मुझे पिछले साल इसकी आशंका थी और यही वजह है कि ट्रायल स्थगित कर दिये गए थे.हमने दिल्ली पुलिस से सुरक्षा मांगी थी लेकिन यह नाकाफी है. उन्होंने कहा, हम तभी कार्रवाई कर सकते हैं जब कोई हमसे शिकायत करे. अभी तक किसी ने शिकायज दर्ज नहीं कराई है. जब कोई शिकायत करेगा तो हम कड़ी कार्रवाई करेंगे.

Next Article

Exit mobile version