WIMBLEDON : वीनस फाइनल में, फेडरर अंतिम चार में, जोकोविच का सफर खत्म, बोपन्ना क्वाफा में, सानिया हारी

लंदन : पांच बार की चैंपियन वीनस विलियम्स ने सेंटर कोर्ट पर अपने अनुभव के बूते जोहाना कोंटा को सीधे सेट में पराजित कर विंबलडन टेनिस ग्रैंडस्लैम महिला एकल वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया, जहां उनकी भिंड़ंत पिछले साल की फ्रेंच ओपन चैंपियन गार्बाइन मुगुरुजा से होगी. दूसरी तरफ रोजर फेडरर ने घसियाले कोर्ट […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 13, 2017 11:00 PM

लंदन : पांच बार की चैंपियन वीनस विलियम्स ने सेंटर कोर्ट पर अपने अनुभव के बूते जोहाना कोंटा को सीधे सेट में पराजित कर विंबलडन टेनिस ग्रैंडस्लैम महिला एकल वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया, जहां उनकी भिंड़ंत पिछले साल की फ्रेंच ओपन चैंपियन गार्बाइन मुगुरुजा से होगी. दूसरी तरफ रोजर फेडरर ने घसियाले कोर्ट पर अपनी महारत के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए सीधे सेटों में जीत दर्ज कर पुरुष एकल के सेमीफाइनल में जगह बनायी, जबकि चोटों से जूझ रहे पहली वरीयता प्राप्त एंडी मरे बाद दूसरे वरीय नोवाक जोकोविच भी क्वार्टर फाइनल से ही बाहर हो गये. वहीं, भारत की सानिया मिर्जा मिश्रित युगल से भी बाहर हो गयी हैं, लेकिन रोहन बोपन्ना और उनकी जोड़ीदार क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहे.

अमेरिका की 10वीं वरीय वीनस ने सेमीफाइनल में कोंटा को एक घंटे 13 मिनट में 6-4, 6-2 से शिकस्त दी जिससे ब्रिटेन की इस खिलाड़ी की विंबलडन के फाइनल में पहुंचने की उम्मीद टूट गयी. छठी वरीय कोंटा 1977 के बाद विंबलडन एकल फाइनल में पहुंचनेवाली पहली ब्रिटिश महिला बनने की उम्मीद लगाये थीं. हालांकि, यह 26 वर्षीय अगली रैंकिंग में पहली बार शीर्ष पांच में पहुंच जायेगी.

14वीं वरीय मुगुरुजा ने गैर वरीय स्लोवाकिया की मैगडेलेना राबारिकोवा को 64 मिनट में 6-1, 6-1 से मात देकर अपने दूसरे विंबलडन फाइनल में प्रवेश किया. वह 2015 में सेरेना विलियम्स से हारने के बाद उप विजेता रही थीं, लेकिन 2016 फ्रेंच ओपन में उन्होंने सेरेना को हरा दिया था. वहीं, वीनस ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचनेवाली सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं. इससे पहले मार्टिना नवरातिलोवा 1994 विंबलडन में उप विजेता रही थीं. यह वीनस का नौंवा फाइनल है. उन्होंने 2000 में अपनी पहली विंबलडन ट्राॅफी जीती थी. 20वीं बार विंबलडन में खेल रहीं वीनस ने अंतिम बार 2008 में सेंटर कोर्ट में खिताब जीता था.

दूसरी तरफ रोजर फेडरर ने घसियाले कोर्ट पर अपनी महारत के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए सीधे सेटों में जीत दर्ज कर पुरुष एकल के सेमीफाइनल में जगह बनायी, जबकि चोटों से जूझ रहे पहली वरीयता प्राप्त एंडी मरे बाद दूसरे वरीय नोवाक जोकोविच भी क्वार्टर फाइनल से ही बाहर हो गये. स्विट्जरलैंड के स्टार खिलाडी फेडरर ने कनाडा के छठे वरीय मिलोस राओनिच को 6-4, 6-2, 7-6 (7-4) से हराकर 12वीं बार विंबलडन के सेमीफाइनल में प्रवेश किया. राफेल नडाल औरमरे के बाद अब जोकोविच के भी बाहर होने से उनकी आठवां खिताब जीतने की संभावना भी प्रबल हो गयी है.

आॅल इंग्लैंड क्लब पर अपना 100वां मैच खेल रहे 35 वर्षीय फेडरर विंबलडन के सेमीफाइनल में पहुंचनेवाले ओपन युग के दूसरे सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन गये हैं. केन रोसवेल 1974 में 39 साल की उम्र में अंतिम चार में पहुंचे थे. शीर्ष चार खिलाड़ियों में से अब केवल फेडरर ही बचे हैं जो कि खिताब की दौड़ में बने हुए हैं. तीन बार के चैंपियन सर्बियाई स्टार जोकोविच कोहनी की चोट के कारण चेक गणराज्य के 11वें वरीय टामस बडर्चि के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच के बीच से हट गये. जोकोविच ने जब हटने का फैसला किया तब बर्डिच 7-6, (7-2), 2-0 से आगे चल रहे थे. इसका मतलब है कि अब शुक्रवार को होनेवाले सेमीफाइनल में फेडरर का सामना बर्डिच से होगा. दूसरा सेमीफाइनल क्वेरी और क्रोएशिया के सातवें वरीय मारिन सिलिच के बीच होगा.
बोपन्ना क्वार्टर फाइनल में, सानिया बाहर

वहीं, भारत की सानिया मिर्जा मिश्रित युगल से भी बाहर हो गयी हैं, लेकिन रोहन बोपन्ना और उनकी जोड़ीदार क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहे. सानिया और कनाडा के उनके जोड़ीदार इवान डोडिग की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को फिनलैंड के हेनरी कोंटिनेन और ब्रिटेन की हीथर वाटसन की मौजूदा चैंपियन जोड़ी के हाथों तीसरे दौर के मैच में 6-7, 4-6 से हार का सामना करना पड़ा. बोपन्ना और कनाडा की गैब्रियला डाब्रोवस्की की दसवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी, हालांकि निकोला मेकटिच और अन्ना कोंजु की क्रोएशियाई जोड़ी को 59 मिनट तक चले मैच में 7-6, 6-2 से पराजित करके अंतिम आठ में पहुंचने में सफल रही. बोपन्ना और डाब्रोवस्की क्वार्टर फाइनल में कोंटिनेन और वाटसन से भिड़ेंगे.

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