कपिल देव ने बच्चों को मोटापे से बचाने के लिए दी खास सलाह, कहा- फोन से दूर रखें और मैदान पर खेलने दें

महान कपिल देव ने बच्चों को मोटापे से दूर रखने के लिए खास सलाह दी है. उन्होंने कहा कि बच्चों को ज्यादा से ज्यादा मैदान में खेलने दें. उन्हें मोबाइल फोन से दूर रखें. कपिल ने कहा कि मोटापा और मधुमेह एक दूसरे के पूरक हैं. अगर हम मोटापे को रोकने में कामयाब हो गये तो मधुमेह को भी नियंत्रित कर पायेंगे.

By AmleshNandan Sinha | December 3, 2022 11:29 PM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर कपिल देव ने यह समझाया है कि मोबाइल फोन को बच्चों से दूर रखकर और उन्हें खेलने देकर मोटापे से बचाया जा सकता है. भारत के पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान भारत में टाइप टू मधुमेह और मोटापे के बारे में जागरुकता पर एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात की और सलाह दी कि लोगों को अपनी फिटनेस पर दिन में कम से कम एक घंटा खर्च करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि आप अपने शरीर को एक दिन में दो घंटे या एक घंटा नहीं दे सकते हैं तो यह आपकी समस्या है.

कपिल ने बतायी यह बात

कपिल देव ने कहा कि यह बात मुझे किसी को बताने की जरूरत नहीं है, लोग समझदार हैं, लेकिन कभी-कभी जागरूक नहीं होते हैं. भारतीय बच्चों में बढ़ते मोटापे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि दिन में कुछ घंटों के लिए फोन को दूर रखें और उन्हें मैदान में खेलने दें, इससे मदद मिलेगी. भारत में एक वैश्विक स्वास्थ्य सेवा कंपनी ने ‘ब्रेक द पार्टनरशिप’ शुरू करने के लिए कपिल देव के साथ साझेदारी की है.

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टाइप टू मधुमेह को रोकना जरूरी

इस अभियान का उद्देश्य मधुमेह (पीडब्ल्यूडी) वाले लोगों, उनकी देखभाल करने वालों और डॉक्टरों को टाइप टू मधुमेह (टी2डी) में वजन के गंभीर प्रभाव के बारे में शिक्षित करना है. एक अध्ययन से पता चलता है कि भारत में टाइप 2 मधुमेह वाले 67 प्रतिशत लोग भी मोटापे के साथ जी रहे हैं. यहां तक कि वजन में एक किलो की कमी भी एचबीए1सी को 0.1 प्रतिशत तक कम करने में मदद कर सकती है, जिससे हृदय, किडनी और हड्डियों से संबंधित बीमारियों का खतरा कम हो जाता है और रोगी के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

मधुमेह से पीड़ित हर सातवां व्यक्ति भारतीय

दुनिया में मधुमेह से पीड़ित हर 7वां व्यक्ति भारतीय है और भारत में हर साल 6 लाख से अधिक लोग मधुमेह के कारण मर जाते हैं ( भारत, चीन के बाद दूसरे स्थान पर). स्थिति तब और खराब हो जाती है जब मधुमेह से पीड़ित लोग अपना वजन नियंत्रित नहीं कर पाते हैं. अभियान के शुभारंभ की घोषणा करते हुए नोवो नॉर्डिस्क इंडिया के ब्रांड एंबेसडर कपिल ने कहा कि मुझे मधुमेह के खिलाफ लड़ने के प्रयास में नोवो नॉर्डिस्क के साथ जुड़कर खुशी हो रही है. मधुमेह और वजन का संबंध वैसा ही है जैसे क्रिकेट में दो बल्लेबाजों के बीच एक साझेदारी. विरोधी टीम के लिए बहुत हानिकारक हो सकती है और एक गेंदबाज हमेशा इसे जल्द से जल्द समाप्त करना चाहता है.

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