Gautam Gambhir Birthday: गंभीर के 44वें जन्मदिन पर खास नजर, वर्ल्ड कप हीरो से टीम इंडिया के कोच तक का सफर
Gautam Gambhir Birthday: भारत के पूर्व ओपनर और मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर 44 वर्ष के हो गए हैं. मैदान पर उनके जज्बे से लेकर कोच के रूप में उनकी नई सोच तक, यह कहानी है उस खिलाड़ी की जिसने कभी हार नहीं मानी न खिलाड़ी के रूप में, न कोच के तौर पर.
Gautam Gambhir Birthday: भारत की पुरुष क्रिकेट टीम के मौजूदा मुख्य कोच और पूर्व ओपनर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) आज (14 अक्टूबर) को 44 साल के हो गए हैं. अपनी जिद और मैच जिताने वाले प्रदर्शन के लिए मशहूर गंभीर ने बतौर खिलाड़ी और अब कोच दोनों ही भूमिकाओं में भारतीय क्रिकेट में अहम पहचान बनाई है.
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर के बर्थडे पर BCCI ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया. नीचे देखिए.
गंभीर का शुरुआती करियर
गौतम गंभीर ने 2003 में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था. शुरुआत में उन्हें टीम में स्थायी जगह पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी, लेकिन जल्द ही उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा. वीरेंद्र सहवाग के साथ उनकी जोड़ी भारत की सबसे खतरनाक ओपनिंग जोड़ियों में गिनी जाती है. गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 4,154 रन बनाए, जिसमें 9 शतक और 22 फिफ्टी शामिल हैं. उनका बेस्ट स्कोर 206 रन रहा. 2008-09 का दौर गंभीर के करियर का सुनहरा समय रहा, जब उन्होंने सिर्फ 13 टेस्ट में 1,861 रन बनाए और ICC टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर 2009 चुने गए.
2011 वर्ल्ड कप हीरो
गंभीर ने 147 वनडे मैचों में 5,238 रन बनाए, जिसमें 11 शतक और 34 फिफ्टी शामिल हैं. उनका सबसे यादगार प्रदर्शन रहा 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 97 रन की पारी, जिसने भारत को 28 साल बाद विश्व कप जिताया. उनकी मिट्टी से सनी जर्सी आज भी उस जज़्बे की निशानी है, जब उन्होंने देश के लिए हर हाल में जीतने की ठान ली थी.
टी20 के पहले स्टार
गंभीर ने भारत के लिए 37 टी20 इंटरनेशनल खेले और 932 रन बनाए. 2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी 75 रन की पारी भारत की जीत की नींव साबित हुई. पूरे टूर्नामेंट में वह भारत के टॉप स्कोरर रहे, 227 रन के साथ. वो दौर था जब टी20 नया था, और गंभीर ने साबित किया कि वह किसी भी फॉर्मेट में मैच विजेता हैं.
IPL में कप्तानी से मेंटर तक का सफर
IPL में गंभीर का नाम सुनते ही कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की याद आती है. उनकी कप्तानी में KKR ने 2012 और 2014 में दो खिताब जीते. उन्होंने 154 मैचों में 4,217 रन बनाए और अपनी आक्रामक रणनीति से टीम को मजबूत बनाया. खेल से संन्यास लेने के बाद, उन्होंने बतौर मेंटर लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) को 2022 और 2023 में लगातार प्लेऑफ तक पहुंचाया. 2024 में वह फिर KKR से जुड़े और टीम ने श्रेस अय्यर की कप्तानी में तीसरा IPL खिताब जीता.
भारत के कोच के रूप में नई पहचान
गंभीर अब भारतीय टीम के हेड कोच हैं. हालांकि उनके कोचिंग कार्यकाल की शुरुआत कुछ कठिन रही जब भारत को न्यूजीलैंड से 0-3 की हार और ऑस्ट्रेलिया से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवानी पड़ी. लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए एक नई, युवा भारतीय टीम को इंग्लैंड में 2-2 की बराबरी तक पहुंचाया. कोच के रूप में अब तक उन्होंने 16 टेस्ट में 6 जीत, 8 हार और 2 ड्रॉ हासिल किए हैं.
वनडे में उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब जीता और 11 मैचों में 8 जीत दिलाई. टी20 में उनका रिकॉर्ड शानदार है. 18 जीत, सिर्फ 2 हार, और 2 टाई मैच. उनकी कोचिंग में भारत ने एशिया कप भी बिना कोई मैच हारकर जीता और पाकिस्तान को तीनों मुकाबलों में हराया.
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