BCCI के ‘स्पेशल 22’ बेंगलुरु में हो रहे तैयार, वीडियो साझा कर बोर्ड ने दिखाई नई टीम इंडिया की झलक
BCCI Fast Bowling Development Program: भारतीय क्रिकेट टीम तेज गेंदबाजों की चोट और वर्कलोड मैनेजमेंट से जूझ रही है. बुमराह, शमी और अर्शदीप की फिटनेस चिंताओं के बीच बीसीसीआई ने कदम उठाते हुए बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में फास्ट बॉलिंग डेवलपमेंट कैंप आयोजित किया. दलीप ट्रॉफी शुरू होने से पहले यह पहल भविष्य की तैयारी है.
BCCI Fast Bowling Development Program: भारतीय क्रिकेट टीम में फास्ट बॉलर्स की चोट, उनका वर्कलोड और भविष्य की चिंता से जूझ रही है. जसप्रीत बुमराह की अत्यधिक गेंदबाजी हो या अर्शदीप और मोहम्मद शमी की चोट, टीम मैनेजमेंट के लिए सीरीज में अचानक से समस्या खड़ी कर देती है. अब बीसीसीआई ने इस प्रॉब्लम पर बारीक नजर रखना शुरू किया है. 28 अगस्त से भारत के डोमेस्टिक सर्किट की दलीप ट्रॉफी का आगाज हो रहा है. इस बड़े टूर्नामेंट से पहले बीसीसीआई ने बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) में फास्ट बॉलिंग डेवलपमेंट कैंप आयोजित किया.
भारत की तेज गेंदबाजी में आने वाली चुनौती का समाधान खोजने के लिए बीसीसीआई ने बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) में ‘फास्ट बॉलिंग डेवलपमेंट प्रोग्राम’ शुरू किया. इस कैंप के तहत कुल 22 गेंदबाजों ने गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसमें तेज गेंदबाजी तकनीक, फिटनेस और कौशल पर विशेष जोर रहा. मशहूर कोच ट्रॉय कूली की देखरेख में 22 गेंदबाजों को विशेष ट्रेनिंग दी गई. इनमें 14 टारगेटेड गेंदबाज शामिल थे, जिन्हें भविष्य में टीम इंडिया के लिए तैयार किया जा रहा है, जबकि बाकी 8 अंडर-19 स्तर से चुने गए युवा पेसर्स थे.
बीसीसीआई की अहम पहल
बीसीसीआई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा कि फास्ट बॉलिंग डेवलपमेंट प्रोग्राम पिछले कुछ वर्षों से भारतीय क्रिकेट का अहम हिस्सा रहा है. बोर्ड ने आगे बताया कि खिलाड़ियों ने फिटनेस टेस्ट के साथ-साथ अपनी गेंदबाजी में निखार लाने और रणनीतिक सोच विकसित करने पर भी काम किया. यह पूरा शिविर बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के फास्ट बॉलिंग कोच ट्रॉय कूली की देखरेख में चला, ताकि खिलाड़ियों को नए सीजन की चुनौतियों के लिए तैयार किया जा सके. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ट्रॉय कूली लंबे समय से भारतीय क्रिकेट और खासतौर पर नेशनल क्रिकेट एकेडमी (अब सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) से जुड़े रहे हैं. मौजूदा समय में वह COE में पेस बॉलिंग कोच की भूमिका निभा रहे हैं.
At the BCCI Centre of Excellence, fourteen Targeted and eight Under-19 fast bowlers took part in the Fast Bowling Development program which has been a key initiative in the last few years 🙌
— BCCI (@BCCI) August 17, 2025
In addition to the players going through fitness evaluations, they also worked on skill… pic.twitter.com/3HlQhSEu5u
सुयश शर्मा और श्रेयस अय्यर भी रहे मौजूद
बीसीसीआई उन गेंदबाजों को विशेष कॉन्ट्रैक्ट देता है, जिन्हें वह आने वाले वर्षों में राष्ट्रीय टीम के लिए तैयार कर रहा होता है. बीसीसीआई द्वारा साझा वीडियो में इस बार 30 जुलाई से शुरू हुए इस कैंप में हर्षित राणा और इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट डेब्यू करने वाले अंशुल कंबोज दिखाई दिए. इसके अलावा तुषार देशपांडे, सिमरजीत सिंह, गुरजपनीत सिंह, सूर्यांश शेदगे और युद्धवीर सिंह चरक भी कैंप का हिस्सा बने. चौंकाने वाली बात यह रही कि इस कार्यक्रम में स्पिनर सुयश शर्मा और बल्लेबाज श्रेयस अय्यर भी नजर आए, जिससे साफ होता है कि वे भी नियमित फिटनेस टेस्ट और ट्रेनिंग से गुजर रहे थे.
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