सीमित ओवर के क्रिकेट से टेस्ट में प्रदर्शन पर असर नहीं पड़ता : जडेजा

राजकोट : क्रिकेट विद्वान भले ही इस बात से चिंतित हों कि ट्वेंटी20 से खिलाडियों की तकनीक पर असर पड़ रहा है लेकिन भारतीय ऑल राउंडर रविंद्र जडेजा को लगता है कि इस प्रारुप से क्रिकेटरों के कौशल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता क्योंकि वे जरुरत पड़ने पर किसी भी प्रारुप में ढलने के लिये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 15, 2016 3:49 PM

राजकोट : क्रिकेट विद्वान भले ही इस बात से चिंतित हों कि ट्वेंटी20 से खिलाडियों की तकनीक पर असर पड़ रहा है लेकिन भारतीय ऑल राउंडर रविंद्र जडेजा को लगता है कि इस प्रारुप से क्रिकेटरों के कौशल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता क्योंकि वे जरुरत पड़ने पर किसी भी प्रारुप में ढलने के लिये अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं.

जडेजा ने अपनी टीम गुजरात लायंस के यहां राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स पर सात विकेट की जीत दर्ज करने के बाद कहा, ‘‘खिलाड़ी बहुत तेजी से हालातों के अनुसार अनुकूलित हो जाते हैं और मुझे नहीं लगता कि सीमित ओवरों के क्रिकेट से खिलाडियों पर कोई नकारात्मक असर पडेगा. ”
लायंस ने ब्रैंडन मैकुलम (49) और आरोन फिंच (50) के बल्ले से शानदार प्रदर्शन के बूते 164 रन के प्रतिस्पर्धी लक्ष्य का पीछा आसानी से कर लिया. जडेजा ने कहा, ‘‘फिंच और मैकुलम ‘पावर-हिटर’ हैं और उन्होंने नौ से कम ओवर में 85 रन जोड़कर मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर दबाव कम कर दिया.” फिंच और मैकुलम ने शुरुआती विकेट के लिये 85 रन की साझेदारी निभायी.
फिंच ने 36 गेंद में सात चौके और दो छक्के की मदद से 50 रन बनाये जबकि मैकुलम ने 31 गेंद में 49 रन जोड़े जिसमें तीन चौके और तीन छक्के जड़े थे. जडेजा ने कहा कि सलामी बल्लेबाजों ने सुनिश्चित किया कि बड़े शॉट की कोई जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘सलामी बल्लेबाजों द्वारा शानदार शुरुआत के बाद बड़े शाट लगाने की कोई जरुरत ही नहीं थी.”

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