नो बॉल और ओस बनी कारण का हार : धौनी
मुंबई : विश्व टी20 से टीम के बाहर होने से निराश भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने रविचंद्रन अश्विन और हार्दिक पंड्या की दो नो बॉल और ओस को कल यहां सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों हार के लिए मुख्य कारण बताया. वेस्टइंडीज ने 193 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए लेंडल सिमन्स के […]
मुंबई : विश्व टी20 से टीम के बाहर होने से निराश भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने रविचंद्रन अश्विन और हार्दिक पंड्या की दो नो बॉल और ओस को कल यहां सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों हार के लिए मुख्य कारण बताया. वेस्टइंडीज ने 193 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए लेंडल सिमन्स के नाबाद 82 रन की मदद से जीत दर्ज की. वह जब 18 रन पर थे तब अश्विन की गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने उनका कैच ले लिया था लेकिन यह नो बॉल निकल गयी. इसके बाद दायें हाथ का यह बल्लेबाज जब 50 रन पर खेल रहा था तब भी कैच ले लिया गया था लेकिन पांड्या की गेंद नोबाल निकल गयी.
धौनी ने वानखेड़े स्टेडियम में मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘आपको पता होगा कि यह मैच आधे घंटे पहले शुरु हुआ था. टास गंवाना भारी पडा. इसलिए जब उन्होंने बल्लेबाजी शुरु की तो पहले कुछ ओवर तो अच्छे थे लेकिन इसके बाद काफी ओस पडी जिसका मतलब था कि स्पिनर उस तरह से गेंदबाजी नहीं कर सकते थे जैसा वे करना चाहते हैं. ” उन्होंने कहा, ‘‘गेंद बल्ले पर अच्छी तरह से आ रही थी और गेंद गीली हो गयी, इसलिए यह पहली पारी और दूसरी पारी के बीच अंतर रहा.
पिच से स्पिनरों को कुछ मदद मिल रही थी जब भारत बल्लेबाजी कर रहा था तो गेंद पर ग्रिप बन रही थी लेकिन दूसरी पारी में स्पिनरों के लिये गेंदबाजी करना आसान नहीं था. पहली पारी में 190 रन बनाना मुश्किल था. ” धोनी ने कहा, ‘‘मैं केवल दो नोबाल से निराश हुआ. इसके अलावा हमने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किये और यदि परिस्थितियां स्पिनरों के अनुकूल नहीं थी तो हमारे पास जो भी संसाधन थे हमने उनका सर्वश्रेष्ठ उपयोग किया.”
” भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘नो बॉल से बचा जा सकता है विशेषकर आगे के पांव की नो बॉल से. इसके लिए अधिक से अधिक अभ्यास की जरूरत होती है. महत्वपूर्ण बात यह है कि यदि आप नोबाल नहीं करना चाहते हो तो आपको कभी नोबाल नहीं करनी चाहिए. ” इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने स्वीकार किया कि स्पिनरों को गेंद पर ग्रिप बनाने में परेशानी हो रही थी. उन्होंने कहा, ‘‘स्पिनरों को थोड़ा मदद मिल रही थी लेकिन ओस पड़ने के बाद उनके लिए गेंद टर्न कराना मुश्किल हो गया. गेंद की सिलाई गीली हो गयी और पिच भी थोडा चिकनी हो गयी और इसलिए गेंद आसानी से बल्ले पर आ रही थी.
हमने इस तरह की परिस्थितियों में अपने स्पिनरों को जूझते हुए देखा है. ” धौनी ने कहा, ‘‘यदि आप याद करो तो एक विश्व टी20 में एक खराब मैच के कारण हम बाहर हुए और उस मैच में थोडा ओस पड रही थी …. या मुझे याद नहीं शायद बारिश के कारण गेंद गीली हो गयी थी और स्पिनरों के लिए परिस्थिति मुश्किल बन गयी थी. यही वजह थी कि ऐश ( अश्विन ) ने केवल दो ओवर किये. रविंद्र जडेजा को अपने कोटे का आखिरी ओवर करवाना मजबूरी थी अन्यथा वह भी तीन ओवर ही करता.”
” धौनी ने कहा कि बल्लेबाजी करते समय वह शुरु से ही लक्ष्य का आकलन कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘‘हम हमेशा उस स्कोर पर गौर करते हैं जो बराबरी से अधिक थे. शुरु से ही यदि आप बिग हिटर्स को ध्यान में रखकर यह सोचो कि 210 अच्छा स्कोर हो सकता है तो हो सकता है कि आप 160 या 170 रन ही बना पाओ जो इस तरह के विकेट पर पर्याप्त नहीं होता. इसलिए इस दौरान आप अपने मजबूत पक्षों पर भी गौर करते रहो.”
शिखर धवन की जगह अंजिक्य रहाणे को लेने के सवाल पर धोनी ने कहा, ‘‘शिखर अच्छी बल्लेबाजी कर रहा है लेकिन वह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पा रहा है. रहाणे शांतचित होकर पारी संवारता है और वह टीम में अपनी जिम्मेदारी समझता है. हमने उससे इस तरह की पारी की उम्मीद की थी. वह ऐसा बल्लेबाज नहीं है जो रोहित शर्मा या विराट कोहली जैसी बल्लेबाजी करे. ”
