41 के हुए राहुल, मिस्‍टर भरोसेमंद की खलती रहेगी कमी

मुंबई : भारत के पूर्व कप्‍तान और टीम इंडिया की दिवार, मिस्‍टर भरोसेमंत राहुल द्रविड का आज 41वां जन्‍मदिन है. राहुल का जन्‍म 11 जनवरी 1973 को मुंबई के एक मराठी परिवार में हुआ था. जिस समय राहुल का जन्‍म हुआ किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह बच्‍चा आगे चल कर भारतीय क्रिकेट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2015 3:58 PM

मुंबई : भारत के पूर्व कप्‍तान और टीम इंडिया की दिवार, मिस्‍टर भरोसेमंत राहुल द्रविड का आज 41वां जन्‍मदिन है. राहुल का जन्‍म 11 जनवरी 1973 को मुंबई के एक मराठी परिवार में हुआ था. जिस समय राहुल का जन्‍म हुआ किसी ने भी नहीं सोचा था कि यह बच्‍चा आगे चल कर भारतीय क्रिकेट टीम का न केवल नेतृत्‍व करेगा, बल्कि दिवार बन जाएगा.

एक समय राहुल के बिना टीम इंडिया जीत के बारे में सोचता भी नहीं था. राहुल जब मैदान पर होते थे तो विरोधी टीम उनका विकेट लेने के लिए उपर वाले से मनाता रहता था. कहा जाता था कि राहुल को क्रिकेट में इच्‍छा मृत्‍यु प्राप्‍त था. वह जबतक चाहते थे मैदान पर मौजूद रहते थे. तभी ऑस्‍ट्रेलियाई टीम की ओर से कहा जाता था कि जो कोई राहुल द्रविड और वीवी एस लक्ष्‍मण को आउट करने का तरीका बता देगा उसे ऑस्‍ट्रेलियाई टीम का कोच बना दिया जाएगा.

राहुल द्रविड अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान सभी देश के गेंदबाजों के लिए खौफ बन गये थे. द्रविड ने 12 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया था. अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में द्रविड ने 3 अप्रैल 1996 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में अपना पांव जमाया. उन्‍हें विनोद कांबली की जगह टीम में जगह दी गयी थी. इसके अलावा टेस्‍ट क्रिकेट में द्रविड ने 20 जुन 1996 को इंग्‍लैंड के खिलाफ डेब्‍यू किया.
* विवादों से भी रहा द्रविड का नाता
पूर्व कप्‍तान राहुल द्रविड का अपने क्रिकेट कैरियर में विवादों से भी नाता रहा है. दो बार द्रविड पर विवाद हुआ. दोनों मामलों में उन्‍हें आज भी दोषी पाया जाता है. पहला मामला बॉल टेंपरिंग का है. जनवरी 2004 में जिम्‍बाब्‍वे के खिलाफ द्रविड पर बॉल टेंपरिंग का आरोप लगा. दूसरा मुलतान टेस्‍ट मैच में राहुल द्रविड के फैसलो को लेकर उनपर आरोप लगे. दरअसल मुलतान टेस्‍ट मैच में भारत की ओर से सचिन तेंदुलकर मैदान पर बल्‍लबाजी कर रहे थे.
सचिन जब 194 रनों पर थे और अपने दोहरे शतक से महज 6 रन पीछेथे.द्रविड जो उस समय टीम के कप्‍तान थे, पारी की घोषणा कर दी थी. द्रविड के इस फैसले से सभी अचंभित थे. हालांकि उस समय सचिन ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं की, लेकिन उन्‍होंने अपनी किताब ‘प्‍लेइंग इट माइ वे’ में कहा कि द्रविड के इस फैसले से उन्‍हें काफी निराशा हुआ था. और इसपर उन्‍होंने काफी गुस्‍सा भी दिखाया था.
* राहुल का क्रिकेट कैरियर पर एक नजर
टेस्‍ट क्रिकेट – 164 मैच, 13,288 रन, 36 शतक और 63 अर्धशतक, टॉप स्‍कोर 270 रन
वनडे क्रिकेट – 344 मैच,10,889 रन,12 शतक,83 अर्धशतक,टॉप स्‍कोर 153 रन