तेंदुलकर ने कहा,विश्व कप के लिये पूरी तरह तैयार है भारत
मुंबई: दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने अगले साल ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले विश्व कप के लिए भारत को पूरी तरह से तैयार बताया है. ऑस्ट्रेलियाई वाणिज्य दूतावास द्वारा क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित कार्यक्रम में तेंदुलकर ने कहा, विश्व कप अगले साल ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेला जाएगा,और इसके लिए टीम इंडिया […]
मुंबई: दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने अगले साल ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले विश्व कप के लिए भारत को पूरी तरह से तैयार बताया है. ऑस्ट्रेलियाई वाणिज्य दूतावास द्वारा क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित कार्यक्रम में तेंदुलकर ने कहा, विश्व कप अगले साल ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेला जाएगा,और इसके लिए टीम इंडिया पूरी तरह से तैयार है.
इस दौरान सचिन तेंदुलकर से ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने मुलाकात की. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री कार्यक्रम में सचिन को बहुत देर तक सुना भी.
तेंदुलकर ने कहा,मेरी 1991-92 दौरे से कुछ अच्छी यादें जुडी हैं जब हम ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले थे. मैं सभी को याद दिलाना चाहता हूं कि मौजूदा चैंपियन अपना खिताब बचाने के लिये तैयार है. इस अवसर पर एबोट को क्लब की आजीवन सदस्यता दी गयी.
पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले तेंदुलकर ने निश्चित तौर पर भारत के इंग्लैंड में मौजूदा प्रदर्शन के संदर्भ में यह बात कही. भारत ने टेस्ट श्रृंखला 1-3 से गंवाने के बाद एकदिवसीय श्रृंखला में जबर्दस्त वापसी की और अभी वह 3-0 की अजेय बढ़त ले चुका है. भारत अब वेस्टइंडीज की मेजबानी करेगा और फिर दिसंबर जनवरी में आस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगा. विश्व कप 14 फरवरी से 29 मार्च तक खेला जाएगा.
तेंदुलकर ने इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया की अपने शुरुआती दौरों के दौरान महान क्रिकेटर डोनाल्ड ब्रैडमैन से उनके 90वें जन्मदिन पर मुलाकात को याद किया. उन्होंने कहा, शायद वह 1980 या 82 की बात है जब मेरे पडोसी ने मुझे सर डान का पत्र दिखाया था. मेरे पडोसी ने कहा था कि उन्होंने उन्हें पत्र लिखा था जिसका सर डान ने वास्तव में जवाब दिया था. मैंने उनके आटोग्राफ को देखा था.
तेंदुलकर ने कहा, उस समय सर डान के बारे में जानने के लिये मैं बहुत युवा था. मुझे 19-20 साल पहले उनके बारे में कुछ जानने का मौका तब मिला जब मैं उनके 90वें जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने के लिये उनके घर गया था. वह अपनी तरह का बेजोड अनुभव था.
उन्होंने कहा, मैं वार्नी : ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वार्न : के साथ वहां गया था और हम दोनों नहीं जानते थे कि क्या कहना है और क्या सवाल करने हैं. वह अनुभव वास्तव में खास था. तेंदुलकर ने कहा, हमने उनसे पूछा कि आज की क्रिकेट में उनका औसत क्या होता क्योंकि उन्होंने स्वयं कहा था कि अब क्रिकेट में खेल का स्तर बेहतर हो गया है. उन्होंने कहा था कि शायद उनका औसत 70 होता.
हमारी नैसर्गिक प्रतिक्रिया थी 70 क्यों 99 : 99 . 94 : क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि बेटे 90 साल की उम्र के इंसान के लिये यह बुरा औसत नहीं है. तेंदुलकर ने कहा कि ब्रैडमैन ने जब कहा कि मेरी बल्लेबाजी शैली उनकी शैली से मिलती है तो वह मेरे लिये सबसे बडी तारीफ थी. उन्होंने कहा, मुझे अपनी जिंदगी में सबसे बडी तारीफ निसंदेह सर डान से मिली थी. उन्होंने 1994-95 में अपनी पत्नी से कहा कि मेरी बल्लेबाजी शैली उनकी बल्लेबाजी शैली से मिलती है.
मेरे लिये यह उनकी तरफ से यह बहुत बडी तारीफ थी तथा सोने पर सुहागा यह रहा कि उन्होंने अपनी सर्वकालिक टेस्ट एकादश में मुझे स्थान दिया. तेंदुलकर ने इसके साथ ही कहा कि ब्रैडमैन ने जो सर्वकालिक टेस्ट एकादश चुनी थी उसका फ्रेम किया गया फोटोग्राफ उनके घर में है और वह इसे हमेशा अमूल्य निधि की तरह रखते हैं क्योंकि इस महान खिलाड़ी इसमें उन्हें भी शामिल किया था.
उन्होंने कहा, मेरी जिंदगी का वह खास पल था. मेरे पास उस एकादश का फ्रेम किया गया फोटोग्राफ है जो मेरे लिये अमूल्य निधि है. तेंदुलकर ने उस क्षण को याद किया जब उन्होंने सिडनी में 2007 में ब्रैडमैन के उस बल्ले को पकडा जो उन्होंने 30 और 40 के दशक में उपयोग किया था. उन्होंने कहा, मुझे याद है कि 2007 में मैं सिडनी में मैच खेल रहा था जहां वास्तव में मैने सर डान के असली बल्ले को पकडा था.
यह कार्यक्रम कुछ युवा क्रिकेटरों को सम्मानित करने के लिये आयोजित किया गया था. इन्हें पूर्व ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री की उपस्थिति में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट और ब्रेट ली ने सम्मानित किया. इस अवसर पर तेंदुलकर ने युवा खिलाडियों को याद दिलाया कि उन्हें सही खेल भावना से खेलना चाहिए. उन्होंने कहा, आप लोगों को यह याद रखने की जरुरत है कि आपको मैदान पर सही खेल भावना से खेलना चाहिए और अपने प्रतिद्वंद्वी का सम्मान करना चाहिए.
मेरा मानना है कि खेल आपको जिंदगी में काफी कुछ सिखाता है. इससे आपकी फिटनेस बनी रहती है, आप स्वस्थ बने रहते हैं और इससे आपकी ध्यान लगाने के स्तर में सुधार होता है. मैंने पहले भी कहा था कि आप खेलों में जो सीख लेते हैं वह आप कक्षाओं में नहीं ले सकते हो. तेंदुलकर ने कहा, जब मैंने हार का सामना किया तब खेल ने मुझे सबक सिखाया कि फिर से सही खेल भावना से प्रतिस्पर्द्धा करो.
गिलक्रिस्ट ने कहा कि आंकडों के लिहाज से तेंदुलकर दुनिया के सर्वकालिक महान बल्लेबाज है. उन्होंने कहा, क्रिकेट जगत में एक चर्चा चलती रहती है कि कौन सर्वश्रेष्ठ है तेंदुलकर या ब्रैडमैन. मैं समझता हूं कि यह निष्पक्ष तुलना और निष्पक्ष चर्चा है. मैं नहीं जानता कि यह नतीजा निकलेगा कि कौन सर्वश्रेष्ठ है. निश्चित तौर पर आंकडों के लिहाज से तेंदुलकर महानतम क्रिकेटर हैं. वह सच्चे मायनों में भद्र इंसान हैं. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एबोट ने मजाकिया अंदाज में कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों एक ही जुनून रखते हैं क्रिकेट में इंग्लैंड को हराना.
