‘स्पिरिट ऑफ क्रिकेट” पुरस्कार मिलने से हैरान हूं : कोहली

मुंबई : भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि ‘बरसों से गलत चीजों के कारण कटघरे में रहने के बाद’ आईसीसी ‘स्पिरिट आफ क्रिकेट’ पुरस्कार मिलने से वह हैरान हैं. कोहली को 2019 विश्व कप के दौरान दर्शकों को स्टीव स्मिथ की हूटिंग से रोकने के लिये यह पुरस्कार दिया गया. स्मिथ गेंद से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 15, 2020 5:15 PM

मुंबई : भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि ‘बरसों से गलत चीजों के कारण कटघरे में रहने के बाद’ आईसीसी ‘स्पिरिट आफ क्रिकेट’ पुरस्कार मिलने से वह हैरान हैं.

कोहली को 2019 विश्व कप के दौरान दर्शकों को स्टीव स्मिथ की हूटिंग से रोकने के लिये यह पुरस्कार दिया गया. स्मिथ गेंद से छेड़खानी प्रकरण में एक साल का प्रतिबंध झेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लौटे थे.

एक समय ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन कप्तान को लगभग धोखेबाज कहने से लेकर दर्शकों को उनका समर्थन करने के लिये कहने तक कोहली में काफी बदलाव आया है. स्मिथ के साथ दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार कोहली ने आईसीसी द्वारा जारी बयान में कहा, मैं हैरान हूं कि मुझे यह पुरस्कार मिला क्योंकि मुझे इतने साल गलत कारणों से लगातार कटघरे में रखा गया.

मुंबई में बुधवार को एक कार्यक्रम में कोहली ने कहा कि लोगों को जरूरत से ज्यादा आलोचनात्मक होने से बचना चाहिये. उन्होंने कहा, कई बार हम किसी के शुरुआती दौर में उसके बारे में काफी आलोचनात्मक रवैया अपना लेते हैं. मैं नहीं चाहता कि टीम के युवा खिलाड़ियों को इससे गुजरना पड़े.

हर किसी को खुद को समझने के लिये समय देना चाहिये. उस घटना के बारे में उन्होंने कहा, यह उसकी हालत को समझते हुए मैने किया था. मुझे नहीं लगता कि इस तरह के हालात से निकलकर आये किसी व्यक्ति की परिस्थितियों का फायदा उठाना चाहिये.

उन्होंने कहा, आप छींटाकशी कर सकते हैं और विरोधी टीम को हराने के लिये कई तरह की बातें कह सकते हैं, लेकिन किसी की हूटिंग करना सही नहीं है. मैं इसका पक्षधर नहीं हूं. अपने जुनून के लिये विख्यात कोहली पर एक समय दर्शकों को बीच की ऊंगली दिखाने के लिये मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना भरना पड़ा था. वह दर्शकों द्वारा खिलाड़ियों की हूटिंग किये जाने के सख्त खिलाफ है.

उन्होंने कहा, यह हमारे प्रशंसकों का रवैया नहीं होना चाहिये. हम सभी को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी. हम विरोधी टीम पर दबाव बना सकते हैं, लेकिन किसी पर भावनात्मक तौर पर निशाना नहीं साध सकते. यह किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है.एक साल पहले कोहली विवाद के घेरे में आ गए थे जब ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन कप्तान स्मिथ पर डीआरएस के इस्तेमाल को लेकर परोक्ष रूप से उन्होंने धोखेबाजी का आरोप लगाया था.

स्मिथ ने उस समय निर्देश के लिये ड्रेसिंग रूम की तरफ देखा था. इस वजह से दोनों टीमों के बीच काफी तनाव आ गया था. स्मिथ हालांकि उसके बाद गेंद से छेड़खानी मामले में एक साल के लिये प्रतिबंधित हो गए थे.

कोहली ने कहा, मैं समझ सकता हूं कि उन हालात में वापसी कर रहे खिलाड़ी पर क्या गुजर रही होगी. ऐसे में उसका फायदा उठाना सही नहीं होता. इससे कुछ हासिल नहीं होना था. वह यह भी बताता है कि एक देश के रूप में हम कैसे हैं.

उन्होंने कहा, मैं खुश हूं कि आईसीसी ने इसे सराहा. मैं जब छोटा था तब वैश्विक स्तर पर सराहना चाहता था, लेकिन अब मैं समझने लगा हूं कि यह आपके काम की सराहना है.

उन्होंने कहा, मैं इसके पीछे नहीं भागता, लेकिन यह ध्यान खींचने नहीं बल्कि सम्मान की बात है. जब क्रिकेट जगत आपका सम्मान करता है तो यह मेरे लिये आंकड़ों या प्रदर्शन या खेल जगत की किसी भी भौतिक चीज से बड़ी बात है.

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