श्रीलंका अगर टी-20 विश्व कप के नॉकआउट चरण में पहुंचा तो मलिंगा को संन्यास से कोई गुरेज नहीं
गुवाहाटी : श्रीलंकाई कप्तान लसिथ मलिंगा का कहना है कि अगर उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया में इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप के नाकआउट चरण के लिए क्वालीफाई कर लेती है तो उन्हें संन्यास लेने का फैसला करने में कोई परेशानी नहीं होगी. टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 100 विकेट चटकाने वाले एकमात्र गेंदबाज मलिंगा ने […]
गुवाहाटी : श्रीलंकाई कप्तान लसिथ मलिंगा का कहना है कि अगर उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया में इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप के नाकआउट चरण के लिए क्वालीफाई कर लेती है तो उन्हें संन्यास लेने का फैसला करने में कोई परेशानी नहीं होगी. टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 100 विकेट चटकाने वाले एकमात्र गेंदबाज मलिंगा ने मार्च में कहा था कि वह अक्टूबर-नवंबर में होने वाले ट्वेंटी-20 विश्व कप के बाद संन्यास ले सकते हैं लेकिन फिर बाद में उन्होंने दो और साल खेलने की इच्छा जाहिर की थी.
अपनी बेमिसाल यार्कर के लिए मशहूर इस तेज गेंदबाज ने कहा कि वह 2014 टी-20 चैंपियन टीम की अगुआई कम से कम आगामी चरण के नॉकआउट चरण तक करना चाहते हैं. मलिंगा ने भारत के खिलाफ शृंखला के शुरुआती मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘मैं पहले ही टेस्ट और वनडे से संन्यास ले चुका हूं. अब जो भी श्रीलंका क्रिकेट के लिए जरूरी होगा. अगर वे कहते हैं कि अब मेरे लिए काफी हो गया है तो मुझे टी-20 से भी संन्यास लेने में कोई परेशानी नहीं होगी.’
उन्होंने कहा, ‘मेरा एकमात्र लक्ष्य टी-20 विश्व कप में क्वालीफाइंग राउंड खेलना है. अगर श्रीलंका नाकआउट के लिए क्वालीफाई कर लेता है तो मुझे इसके बाद कभी भी संन्यास लेने में कोई गुरेज नहीं है.’ मलिंगा ने शृंखला के बारे में बात करते हुए कहा कि वे भारतीय तेज गेंदबाज और मुंबई इंडियंस के साथी जसप्रीत बुमराह को निशाना बनाना चाहेंगे क्योंकि वह चोट से वापसी कर रहे हैं और वापसी करना आसान नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘उसकी गेंदबाजी में काफी कौशल और सटीकता है. लेकिन चोट के बाद वापसी करना इतना आसान नहीं है और विशेषकर उसके लिए जिसने पिछले चार महीने में ज्यादा क्रिकेट नहीं खेली हो. ऐसे में गेंदबाज पहले कुछ मैचों में लय हासिल करने में जूझते हैं.’
