सबसे बड़ा उलटफेर 2007 वर्ल्ड कप में, जब बांग्लादेश जैसी टीम से हार गया भारत, ऑस्ट्रेलिया बना विश्व चैंपियन
2007 विश्व कप भारत के लिए काफी निराशाजनक रहा. इस टूर्नामेंट में भारत को पहली बार बांग्लादेश जैसी कमजोर टीम से हार का सामना करना पड़ा. वेस्टइंडीज के पोर्ट ऑफ स्पेन में टीम इंडिया ने विश्व कप का सबसे बड़ा उलटफेर झेला था. सितारों से सुसज्जित टीम इंडिया 2007 विश्व कप में संघर्ष कर रही […]
2007 विश्व कप भारत के लिए काफी निराशाजनक रहा. इस टूर्नामेंट में भारत को पहली बार बांग्लादेश जैसी कमजोर टीम से हार का सामना करना पड़ा. वेस्टइंडीज के पोर्ट ऑफ स्पेन में टीम इंडिया ने विश्व कप का सबसे बड़ा उलटफेर झेला था.
सितारों से सुसज्जित टीम इंडिया 2007 विश्व कप में संघर्ष कर रही थी. टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ियों ने इस समय को गुरु ग्रेग चैपल के कारण भारतीय क्रिकेट का काला समय घोषित किया था. चैपल से विवाद के कारण टीम एकजुट नहीं थी, जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा. 17 मार्च 2007 का वह दिन जब टीम इंडिया ने विश्व कप का सबसे बड़ा उलटफेर झेला. टीम इंडिया को बांग्लादेश जैसी कमजोर टीम के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी.
इस जीत के साथ बांग्लादेश ने बड़ा उलटफेर करते हुए भारत को इस टूर्नामेंट के पहले ही दौर से बाहर कर दिया. भारत की तरफ से सौरभ गांगुली (66) और युवराज सिंह (47) रन बनाये थे. हालांकि, 2007 विश्व कप की खिताब पर तीन बार (1987, 1999, 2003) की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने कब्जा जमाया.
ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में श्रीलंका को हराकर चौथी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. इस विश्व कप के बाद महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर 2007 विश्व कप से भारतीय टीम के जल्द बाहर होने को अपने शानदार क्रिकेट कैरियर के सबसे बुरे लम्हों में से एक मानते हैं और उन्होंने मनना है कि वेस्टइंडीज की निराशा ने चार साल बाद आलोचकों को गलत साबित करने के लिए प्रेरणा का काम किया था.
