धौनी ने कप्तान और कप्तानी को लेकर दे दिया अब तक का सबसे बड़ा बयान…
नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने कहा कि क्रिकेट में ‘आम समझ जैसा कुछ नहीं होता ‘ और बताया कि कप्तान के रूप में वह किस तरह से टीम के खिलाड़ियों के साथ घुलते मिलते थे.... अपने 37 वें जन्मदिन पर धौनी ने भारतीय टीम के कप्तान के […]
नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने कहा कि क्रिकेट में ‘आम समझ जैसा कुछ नहीं होता ‘ और बताया कि कप्तान के रूप में वह किस तरह से टीम के खिलाड़ियों के साथ घुलते मिलते थे.
अपने 37 वें जन्मदिन पर धौनी ने भारतीय टीम के कप्तान के रूप में अपने अनुभव , उनसे मिले सबक आदि के बारे में बात की. भारत के सबसे सफल कप्तान के लिए कप्तानी के दौरान सबसे बड़ी चुनौती थी कि वह किस तरह खिलाड़ियों के अहं को चोट पहुंचाए बिना उनमें ‘आम समझ’ भरे.
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धौनी ने अपने जन्मदिन पर स्टार स्पोर्ट्स को दिये साक्षात्कार में कहा , ‘कप्तान के रूप में अपने कार्यकाल में मैंने सबसे बड़ी बात यह सीखी कि कई बार मैं सोचता था कि यह आम समझ है. लेकिन नहीं , आम समझ जैसी कोई चीज नहीं होती. आपको लगता है , ‘ ये बताने की चीज नहीं है ‘ लेकिन टीम के माहौल में आपको बात कहने की जरूरत है.’
उन्होंने बताया कि मैच की स्थितियों में किस तरह अलग अलग खिलाड़ी अलग अलग तरीके से प्रतिक्रिया देते थे और कब कप्तान को पहल करने की जरूरत होती है. धौनी ने कहा , ‘कुछ लोग ऐसे होंगे जो बुद्धिमान होंगे और वे कहेंगे ‘ अरे ये क्या बोल रहा है , ये जरूरत नहीं है ‘ . लेकिन ये उनके लिए नहीं होता. वे चीजें समझ सकते हैं.’ उन्होंने कहा , ‘यह सब उस इंसान के लिए होता है जो समझता नहीं है. लेकिन साथ ही एक इंसान को संबोधित करना बहुत गलत होता है क्योंकि उसे पता होगा कि ‘ अच्छा ये तो मुझे ही बोल रहा है ‘ .’
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पूर्व कप्तान ने कहा , ‘हम एक ऐसे माहौल में समय बिताने की कोशिश करते हैं जहां आपको काफी सहजता का अनुभव हो. आपको पहल करने की जरूरत होती है , जब तक वह मुझे प्रतिक्रिया नहीं देगा , मुझसे बात नहीं करेगा , मुझे पता नहीं चलेगा कि उसके मन में क्या चल रहा है.’ उन्होंने कहा , ‘उस इंसान को समझने के लिए मुझे उसके साथ समय बिताना चाहिए. जब तक आप उसे जानेंगे नहीं , उसे यह सलाह देना काफी मुश्किल होगा कि उसे क्या करना चाहिए. साथ ही आपको उसके मन में घुसना होगा क्योंकि हर इंसान अलग होता है.’
धौनी ने कहा , ‘मुझे व्यक्तिगत रूप से महसूस हुआ कि टीम माहौल में सबसे बड़ी समस्या इस तरह के सवालों के जवाब देना है कि ‘ धौनी मैं किस कारण से मैच नहीं खेल रहा हूं.’ वे फिर पूछेंगे कि ‘मैं आपसे सवाल पूछ रहा हूं और मुझे जवाब नहीं चाहिए.
