Jaya Kishori Bhajan: भजन और सत्संग से मिले सभी पैसे को दान कर देती हैं साध्वी जया किशोरी, जनिए क्या है इसका कारण…

Jaya Kishori Bhajan: कथा वाचक जया किशोरी (jaya kishori) की कथा व भजनों को काफी ज्यादा सुना जाता है. वो अपने भजनों से तो कभी कथाओं से लोगों को जगाने का काफी प्रयास करती रहती हैं. कथा वाचक और भजन गायिका जया किशोरी जी (jaya kishori ) ने ‘काली कमली वाला मेरा यार है, मेरे मन का मोहन तू दिलदार है’ जैसे कृष्ण भजनों के लिए मशहूर हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2020 8:32 AM

Jaya Kishori Bhajan: कथा वाचक जया किशोरी (jaya kishori) की कथा व भजनों को काफी ज्यादा सुना जाता है. वो अपने भजनों से तो कभी कथाओं से लोगों को जगाने का काफी प्रयास करती रहती हैं. कथा वाचक और भजन गायिका जया किशोरी जी (jaya kishori ) ने ‘काली कमली वाला मेरा यार है, मेरे मन का मोहन तू दिलदार है’ जैसे कृष्ण भजनों के लिए मशहूर हैं. श्रीमद् भागवत कथा और नानी बाई रो मायरा से पहचान बनाने वालीं जया किशोरी के प्रशंसकों में भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी भी शामिल हैं. वे दूसरे देशों में कथा वाचन-भजन के लिए जाती रहती हैं. जया किशोरी के कई भजनों को तो करोड़ों बार देखा गया है. उनके प्रशंसक लाइफ मैनेजमेंट पर उनकी सलाह को भी खूब मानते हैं…

13 जुलाई 1995 को कोलकाती में जन्मीं जया किशोरी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो सत्संग-भजन से इकट्ठे सभी पैसों को नारायण सेवा संस्थान ट्रस्ट को दान करती हैं. नारायण सेवा संस्थान एक सामाजिक संस्था है, जो दिव्यांग लोगों की सहायता करता है. जया किशोरी जी का कहना है कि उन्हें असहाय लोगों का सहारा बनने में खुशी मिलती है. वो हर समय उनके पास नहीं रह सकती है, लेकिन अगर कुछ दान करके वो उनकी मदद कर पाएं तो उन्हें खुशी महसूस होती है. जया किशोरी का कहना है कि वो ऐसा करके स्वयं को भगवान के और करीब पाती हैं.

जया किशोरी 9 साल की उम्र में शिव तांडव स्तोत्र याद कर लिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जया किशोरी जब नौ साल की थीं तभी रामाष्टकम्, लिंगाष्टकम और शिव तांडव स्तोत्र का पाठ कर लिया करती थीं. अध्यात्म में आगे बढ़ने के लिए उन्होंने पण्डित गोविंदराम मिश्र से आध्यात्मिक दीक्षा ली, इनके आध्यात्मिक गुरु ने भगवान श्री कृष्ण के प्रति इनका प्रेम और समर्पण भाव देखकर इनका नाम जया किशोरी रख दिया. जया किशोरी के पिता का नाम शिव शंकर शर्मा और माता का नाम सोनिया शर्मा है. जया किशोरी की एक छोटी बहन भी हैं, जिनका नाम चेतना शर्मा हैं.

जया किशोरी ने कोलकाता के महादेवी बिडला वर्ल्ड अकादमी से पढ़ाई की है. अपनी शादी की बात पर वे कहती हैं कि वे एक सामान्य लड़की हैं. जैसे दूसरी लड़कियां शादी करती हैं, वैसे ही मैं भी शादी करूंगी. जया किशोरी को फेम इंडिया एशिया पोस्ट सर्वे 2019 का यूथ आइकॉन अवॉर्ड भी मिल चुका है. जया किशोरी के यूट्यूब चैनल पर उनके 5.12 लाख सब्सक्राइबर्स हैं.

फेसबुक पर उन्हें 16 लाख से अधिक लोग फॉलो करते हैं. साथ ही इंस्टाग्राम के ऑफिशियल अकॉउंट पर इनके 12 लाख फॉलोवर्स हैं. स्वभाव से सौम्य और शांत जया किशोरी को उनकी सादगी के लिए भी जाना जाता है. मूल रूप से राजस्थान से होने के कारण वे राजस्थानी भाषा के मीठे शब्दों में घोल कर ‘नानी बाई रो मायरा’ कथा सुनाती हैं, जो बरबस ही लोगों को अपनी तरफ खींच लेता है.

News posted by : Radheshyam kushwaha

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