Indira Ekadashi 2025: इंदिरा एकादशी पर करें इस आरती का पाठ, मिलेगा विष्णुजी का आशीर्वाद

Indira Ekadashi 2025: इंदिरा एकादशी के पावन अवसर पर भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और व्रत का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा भाव से आरती का पाठ करने से सभी दुख दूर होते हैं और विष्णुजी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. यह दिन मोक्ष और पुण्य प्रदान करने वाला माना जाता है.

By Shaurya Punj | September 17, 2025 11:13 AM

Indira Ekadashi 2025: इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi 2025) का व्रत अत्यंत शुभ माना जाता है। इस वर्ष यह व्रत 17 सितंबर यानी आज के दिन रखा जा रहा है. मान्यता है कि इस व्रत के पालन से दुख दूर होते हैं और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन भगवान विष्णु और एकादशी माता की आरती करना भी अत्यंत फलदायी माना गया है, जो इस प्रकार है –

॥भगवान विष्णु की आरती॥ (Lord Vishnu Aarti)

ॐ जय जगदीश हरे आरती
ॐ जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे ।
भक्त जनों के संकट,
दास जनों के संकट,
क्षण में दूर करे ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥

जो ध्यावे फल पावे,
दुःख बिनसे मन का,
स्वामी दुःख बिनसे मन का ।
सुख सम्पति घर आवे,
सुख सम्पति घर आवे,
कष्ट मिटे तन का ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥

मात पिता तुम मेरे,
शरण गहूं किसकी,
स्वामी शरण गहूं मैं किसकी ।
तुम बिन और न दूजा,
तुम बिन और न दूजा,
आस करूं मैं जिसकी ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥

तुम पूरण परमात्मा,
तुम अन्तर्यामी,
स्वामी तुम अन्तर्यामी ।
पारब्रह्म परमेश्वर,
पारब्रह्म परमेश्वर,
तुम सब के स्वामी ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥

तुम करुणा के सागर,
तुम पालनकर्ता,
स्वामी तुम पालनकर्ता ।
मैं मूरख फलकामी,
मैं सेवक तुम स्वामी,
कृपा करो भर्ता॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥

तुम हो एक अगोचर,
सबके प्राणपति,
स्वामी सबके प्राणपति ।
किस विधि मिलूं दयामय,
किस विधि मिलूं दयामय,
तुमको मैं कुमति ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥

दीन-बन्धु दुःख-हर्ता,
ठाकुर तुम मेरे,
स्वामी रक्षक तुम मेरे ।
अपने हाथ उठाओ,
अपने शरण लगाओ,
द्वार पड़ा तेरे ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥

विषय-विकार मिटाओ,
पाप हरो देवा,
स्वमी पाप(कष्ट) हरो देवा ।
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ,
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ,
सन्तन की सेवा ॥
ॐ जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे ।

भक्त जनों के संकट,
दास जनों के संकट,
क्षण में दूर करे ॥