सिद्धारमैया की गाड़ी पर महिला ने फेंकी नोटों की गड्डी, कहा- मुआवजा नहीं, न्याय चाहिए, देखें वीडियो

केरूर हिंसक झड़प में घायल हुए लोगों से मिलने शुक्रवार को कांग्रेस नेता सिद्धारमैया पहुंचे थे. इस दौरान महिला ने मुआवजे की 2 लाख रुपये लेने से इंकार कर दिया और नोटों की गड्डी को गाड़ी पर फेंक दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2022 10:51 PM

कर्नाटक के बागलकोट में कांग्रेस के नेता सिद्धारमैया को उस समय शर्मिंदा होना पड़ा, जब वे दो समुदायों के झड़प में घायल हुए लोगों से मिलने अस्पताल जा रहे थे. दरअसर, सिद्धारमैया पीड़ितों को मुआवजा देने पहुंचे थे. इस दौरान एक पीड़ित व्यक्ति की पत्नि ने सिद्धारमैया से मुआवजा लेने से इंकार कर दिया और उनकी गाड़ी पर पैंसे फेंक दिए. इस दौरान महिला ने कहा कि हम किसी जनप्रतिनिधि से मुआवजा या सहानुभूति नहीं, बल्कि न्याय चाहते हैं.


घयलों को मुआवजा देने पहुंचे थे रमैया

इस घटना पर भाजपा ने चुटकी ली और जनता का जवाब बताया. बता दें कि घायलों को केरूर शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां घयलों को 2-2 लाख रुपये मुआवजा देने सिद्धारमैया पहुंचे थे. लेकिन पीडि़तों के परिवार के पैसे लेने से इंकार कर दिया. पैसे फेंकने वाली महिला ने बताया कि मेरे साथ जो कुछ भी हुआ वह किसी और के साथ नहीं होना चाहिए. मैं सिद्धारमैया या किसी अन्य नेता से वोट नहीं मांग सकती, मुझे न्याय की जरूरत है.

छेड़खानी का विरोध करने पर युवक को मारी चाकू 

सिद्धारमैया जब अस्पताल पहुंचे तब घायलों के परिवार ने उनसे मना कर दिया. इस बीच एक महिला ने साहस दिखाते हुए उनसे बात की, लेकिन सिद्धारमैया उन्हें संत्वना देने की कोशिश करने लगे, जिसके बाद महिला ने उनकी गांड़ी पर पैसे फेंक दिए. बताते चले कि एक हिंदू संगठन के सदस्य अरुण कट्टिमणि को छेड़खानी का विरोध करने पर चाकू मारी गई थी. इस दौरान घायल युवक अरुण की मदद करने पहुंचे उनके साथियों पर भी मनचलों ने हमला कर दिया था.

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दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प

छेड़खानी का विरोध कर रहे युवका पर हमले के बाद शहर में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस दौरान मुस्लिम पक्ष के भी 5 लोग घायल हो गए. मामले में पुलिस ने 18 युवकों को गिरफ्तार किया है, वहीं 15 की तलाश जारी है.