India Bangladesh Relation : भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त को तुरंत ढाका क्यों बुलाया गया?

India Bangladesh Relation : भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त को तुरंत ढाका बुलाया गया. बांग्लादेश के उच्चायुक्त एम. रियाज हमीदुल्लाह को बुलाने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

By Amitabh Kumar | December 30, 2025 9:44 AM

India Bangladesh Relation : भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त रियाज हमीदुल्लाह को विदेश मंत्रालय के आपात बुलावे पर सोमवार रात ढाका बुला लिया गया. यह कदम भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्तों में चल रहे तनाव के बीच उठाया गया है. देर रात आई रिपोर्ट के अनुसार, उच्चायुक्त तुरंत भारत से रवाना होकर ढाका पहुंच गए. बांग्लादेश के अखबार ‘प्रथोम आलो’ ने बताया कि भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए उन्हें आपात आधार पर बुलाया गया है.

ऐसी खबरें हैं कि ढाका में रियाज हमीदुल्लाह की मुलाकात विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से होगी. इस बैठक में भारत और बांग्लादेश के बीच मौजूदा हालात की समीक्षा की जाएगी और आगे की रणनीति पर विस्तार से चर्चा होने की संभावना है.

बांग्लादेश के उच्चायुक्त को किया गया था तलब

कुछ दिन पहले खबर आई थी कि बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों के भारतीय उच्चायोग की ओर मार्च करने से कुछ घंटे पहले ही भारत के विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली में बांग्लादेश के उच्चायुक्त को तलब किया. इस दौरान भारत ने ढाका में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अपनी कड़ी चिंता जताई गई. मंत्रालय ने यह भी कहा कि कुछ कट्टरपंथी तत्व भारतीय उच्चायोग के आसपास सुरक्षा माहौल खराब करने का प्लान तैयार कर रहे हैं. भारत ने बांग्लादेश सरकार से इस मामले को गंभीरता से लेने और भारतीय दूतावास व कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की.

यह भी पढ़ें : खालिदा जिया: ए बैटलिंग बेगम, बेटों से लेकर देश संभालने का सफर, 80 साल में संघर्ष से शिखर और फिर फर्श पर

एनसीपी के नेता हसनत अब्दुल्ला ने क्या कहा?

यह कूटनीतिक कदम नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) के नेता हसनत अब्दुल्ला के भारत विरोधी बयानों के बाद उठाया गया. उन्होंने एक सार्वजनिक भाषण में कहा था कि यदि बांग्लादेश को अस्थिर किया गया तो वह भारत के पूर्वोत्तर राज्यों, यानी ‘सेवन सिस्टर्स’, को अलग-थलग करने और वहां के अलगाववादी तत्वों को शरण देने की बात करेंगे. भारत ने इन बयानों को गंभीरता से लिया है और इसे क्षेत्र की शांति व सुरक्षा के लिए खतरा बताया है.