कोविड-19 मरीजों के इलाज में रेमडेसिविर के इस्तेमाल पर WHO ने लगायी रोक, कहा- मरीजों के ठीक होने के नहीं मिल रहे सबूत

नयी दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से निबटने के लिए तैयार की जा रही दवा रेमडेसिविर को खारिज कर दिया है. मालूम हो कि एंटीवायरल दवा रेमडेसिविर कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अधिकृत दो दवाओं में से एक है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2020 10:00 PM

नयी दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से निबटने के लिए तैयार की जा रही दवा रेमडेसिविर को खारिज कर दिया है. मालूम हो कि एंटीवायरल दवा रेमडेसिविर कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अधिकृत दो दवाओं में से एक है.

डब्ल्यूएचओ ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 से संक्रमित मरीज के इलाज के लिए प्रयोग में लायी जा रही एंटी वायरल दवा रेमडेसिवीर से कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने के कोई सबूत नहीं मिल रहे हैं.

डब्ल्यूएचओ ने गाइडलाइन डेवलपमेंट ग्रुप पैनल ने कहा है कि रेमडेसिविर दवा की सिफारिश एक एविडेंस रिव्यू पर आधारित है. इसमें 7,000 से अधिक मरीजों के ट्रायल के डाटा को भी शामिल किया गया है.

डब्ल्यूएचओ की ताजा गाइडलाइन में कहा गया है कि एंटीवायरल ड्रग रेमडिसविर का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, कोविड-19 संक्रमित मरीज चाहे कितने ही बीमार क्यों ना हों. क्योंकि, ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं, जिससे पता चले कि दवा के कारण मृत्युदर में कमी आयी हो.

मालूम हो कि रेमडेसिविर दवा को इबोला वायरस के लिए बनाया गया था. हालांकि, रेमडेसिविर दवा से इबोला वायरस के मरीजों के इलाज में कुछ खास सफलता नहीं मिल सकी थी. इसके बाद इस दवा को कोविड-19 संक्रमित मरीजों पर इस्तेमाल किया जाने लगा.

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