Watch Video: राहुल की हुंकार, प्रियंका की तालियां, अखिलेश की छलांग… कथित वोट चोरी के खिलाफ विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन

Watch Video: विपक्षी सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण और वोट चोरी के आरोपों के विरोध में संसद से चुनाव आयोग तक पैदल मार्च निकाला. पुलिस ने अनुमति न होने पर रोककर कई नेताओं को हिरासत में लिया, जिससे विरोध तेज़ हुआ.

By Shashank Baranwal | August 11, 2025 2:57 PM

Watch Video: बिहार में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और कथित वोट चोरी के आरोप में विपक्षी सांसदों ने संसद से लेकर चुनाव आयोग तक पैदल मार्च किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में रोक दिया. पुलिस का कहना था कि पैदल मार्च की अनुमति नहीं दी गई थी. जब विपक्षी सांसद चुनाव आयोग तक जाने पर अड़े, तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया. इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कई सांसदों को पुलिस ने हिरासत में लिया.

वोट के अधिकार की लड़ाई- राहुल

हिरासत में लिए जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि यह लड़ाई राजनीतिक नहीं बल्कि संविधान और एक व्यक्ति-एक वोट के अधिकार की लड़ाई है. उन्होंने साफ-सुथरी मतदाता सूची की मांग दोहराई. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश समेत कई अन्य नेताओं को भी हिरासत में लिया गया.

प्रियंका गांधी ने ताली बजाकर की हौसला अफजाई

जब पुलिस ने पीटीआई के सामने मार्च रोक दिया, तो सांसद सड़क पर बैठ गए और ‘वोट चोरी बंद करो’ जैसे नारे लगाने लगे. इस दौरान प्रियंका गांधी लगातार ताली बजाकर सांसदों का हौसला बढ़ाती रही.

अखिलेश यादव ने लगाई बैरिकेडिंग से छलांग

मार्च के दौरान पुलिस ने पीटीआई दफ्तर के सामने मार्च को रोक दिया और बैरिकेडिंग लगा दी. इस दौरान अखिलेश यादव बैरिकेडिंग से छलांग लगाते हुए दूसरी तरफ आ गए और सड़क पर बैठकर धरना देने लगे. उन्होंने कहा कि पुलिस का इस्तेमाल उन्हें रोकने के लिए किया जा रहा है.

राहुल गांधी के नेतृत्व में निकला पैदल मार्च

दरअसल, राहुल गांधी के नेतृत्व में 300 से ज्यादा विपक्षी सांसदों द्वारा संसद भवन के मकर द्वार से चुनाव आयोग के मुख्यालय तक पैदल मार्च निकाला गया था. इसमें समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खरगे, शरद पवार, संजय सिंह, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी सहित 25 से अधिक दलों के नेता शामिल थे. हालांकि, परमिशन नहीं लेने की वजह से दिल्ली पुलिस ने आगे नहीं जाने दिया, तो सांसदों को हिरासत में ले लिया गया.