किसान आंदोलन की आड़ में टेलिकॉम वॉर, जियो ने एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के खिलाफ खोला मोर्चा

किसान आंदोलन (Kisan Andolan) की आड़ में राजनितिक दलों के साथ साथ उद्योग जगत भी अपना उल्लू सीधा करने में लगे है. आंदोलन को लेकर देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों में एक तरह का वॉर छिड़ गया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | December 15, 2020 1:03 PM

किसान आंदोलन (Kisan Andolan) की आड़ में राजनितिक दलों के साथ साथ उद्योग जगत भी अपना उल्लू सीधा करने में लगे है. आंदोलन को लेकर देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों में एक तरह का वॉर छिड़ गया है. दरअसल, देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो की ओर से वोडाफोन और एयरटेल के खिलाफ किसान आंदोलन की आड़ में झूठे प्रचार का आरोप लगाया है. रिलायंस जियो का आरोप है कि प्रतियोगी कंपनी किसानों से यह कह रही है कि नये कृषि कानून से रिलांयस जियो को फायदा पहुंचेगा.

इसके खिलाफ उद्योगपति मुकेश अंबानी ने ट्राई को एक पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि रिलायंस जियो के पास बड़ी संख्या में लोग पोर्ट करान की अर्जी दे रहे हैं. इन लोगों को जियो की सेवा से कोई समस्या नहीं हैं. ये उपभोक्ता सिर्फ यह बात कह रहे है कि नये कृषि कानून से जियो को फायदा होगा. ऐसे में जियो का आरोप है कि एयरटेल और वोडाफोन गलत तरीके से लोगों को जियो के खिलाफ भड़का रही है.

रिलायंस जियो को लग रहा है जोर का झटका : ट्राई को लिखे अपने पक्ष में रिलायंस जियो ने साफ कहा है कि पंजाब, यूपी और अन्य राज्यों में भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जियो के खिलाफ अभियान के तहत काम कर रही है. और लोगों को मन में जियो के खिलाफ एक नकारात्मक भावना फैला रही है. इससे न सिर्फ जियो की छवि खराब हो रही है, बल्कि जियो के कस्टमर भी तेजी से पोर्ट करा रहे है.

एयरटेल ने दिया जवाब : रिलायंस जियो के आरोप पर एयरटेल ने जवाब दिया है. कंपनी ने सभी आरोपो को खारिज करते हुए कहा है कि जियो का आरोप बेबुनियाद है. ट्राई को लिखी अपनी चिट्ठी में एयरटेल ने कहा है कि हम पार्दशिता से काम करते है. और कंपनी की ओर से किसी तरह की कोई साजिश नहीं की गई है. वोडाफोन आईडिया ने भी रिलायंस जियो के सभी आरोपों को खारिज किया है.

Posted by: Pritish Sahay

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