Rahul Gandhi Attack On PM Modi: ‘पीएम मोदी करने लगेंगे भरतनाट्यम’, राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर किया कटाक्ष, तो तमतमा उठी बीजेपी
Rahul Gandhi Attack On PM Modi: बिहार के दरभंगा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादास्पद बयान दे दिया. उन्होंने कहा- भीड़ में से अगर 200 लोगों ने पीएम मोदी से डांस करने को कहा तो वो मंच पर डांस करने लगेंगे. राहुल गांधी ने यमुना और छठ को लेकर भी बयान दिया. जिसपर बीजेपी गुस्से से तमतमा उठी और राहुल गांधी पर पलटवार किया.
Rahul Gandhi Attack On PM Modi: बिहार के दरभंगा में लोकसभा नेता राहुल गांधी ने कहा, “पीएम मोदी ने कहा कि वह छठ के लिए यमुना में स्नान करेंगे. मैंने पिछली बैठक में कहा था कि हम चुनाव के दौरान पीएम मोदी से कुछ भी करवा सकते हैं. अगली बैठक में, अगर भीड़ में से 200 लोग पीएम मोदी को वोट के बदले मंच पर नाचने के लिए कहेंगे, तो नृत्य शुरू हो जाएगा. पीएम मोदी मंच पर भरतनाट्यम करना शुरू कर देंगे. उन्होंने एक नाटक का मंचन किया और भारत की सच्चाई दिखाई… यमुना में गंदा पानी है. अगर कोई इसे पीता है, तो वह या तो बीमार हो जाएगा या मर जाएगा. कोई भी अंदर नहीं जा सकता. पानी इतना गंदा है कि अगर आप इसमें प्रवेश करते हैं, तो आप बीमार हो जाएंगे या संक्रमण हो जाएगा. लेकिन मोदी ने नाटक किया. उन्होंने वहां एक छोटा सा तालाब बनाया. वे आपको चुनाव के लिए कुछ भी दिखा देंगे. पीछे से एक पाइप लगाया जाता है. इसमें साफ पानी डाला जाता है. समस्या यह हुई कि किसी ने पाइप की फोटो ले ली.”
छठ महापर्व को ड्रामा बताकर राहुल गांधी ने आस्था पर किया हमला : सुधांशु त्रिवेदी
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “राहुल गांधी अपनी विदेश यात्राओं में भारत के बारे में गलत सूचना फैलाते हैं. और अब उन्होंने सबसे बड़े त्योहार छठ पूजा के लिए ‘गंदा पानी’ और ‘ड्रामा’ जैसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया… राहुल गांधी ने आदत से मजबूर होकर हर व्यक्ति की आस्था पर हमला करते हुए निंदनीय बयान दिया है. बिहार के लोग स्तब्ध और आक्रोशित हैं. यह पहली बार नहीं है. इससे पहले, उन्होंने प्रयाग महाकुंभ के लिए ‘गंदा पानी’ शब्द का इस्तेमाल किया था. श्री राम जन्मभूमि उद्घाटन उनके लिए ‘नाच गाना’ था. और अब वह छठ महापर्व को ड्रामा कह रहे हैं. यह भारतीय और बिहारी संस्कृति के प्रति उनके अनादर की भावना को दर्शाता है.”
