पंजाब संकट से पाकिस्तान और ISI को फायदा- दिल्ली में कांग्रेस लीडरशिप पर बरसे कपिल सिब्बल

Punjab Crisis: कांग्रेस में दरकिनार कर दिये गये सीनियर लीडर्स के समूह जी-23 के नेताओं में से एक कपिल सिब्बल लगातार नेतृत्व के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी कांग्रेस को आईना दिखाते रहते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2021 5:30 PM

नयी दिल्ली: कांग्रेस में नेतृत्व संकट और पंजाब के हालिया घटनाक्रमों पर कपिल सिब्बल ने बड़ा बयान दिया है. कहा है कि पंजाब अस्थिर होगा, तो पाकिस्तान और आईएसआई उसका लाभ उठायेगा. पंजाब के उग्रवाद को हमें भूलना नहीं चाहिए. कांग्रेस नेता ने कहा- हमारी पार्टी का कोई अध्यक्ष नहीं है. हमें नहीं मालूम कि पार्टी के फैसले कौन ले रहा है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि दिल्ली में बैठे 20 लोग मिलकर लोकतंत्र नहीं चला सकते. देश के कोने-कोने तक जब लोकतंत्र पहुंचेगा, तब हमारा लोकतंत्र सफल होगा.

कांग्रेस में दरकिनार कर दिये गये सीनियर लीडर्स के समूह जी-23 के नेताओं में से एक कपिल सिब्बल लगातार नेतृत्व के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी कांग्रेस को आईना दिखाते रहते हैं. एक बार फिर उन्होंने बुधवार को इस संकट पर अपना मुंह खोला है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि वह कांग्रेस पार्टी के खिलाफ कुछ नहीं बोल रहे. वह कह रहे हैं कि सरकार से लड़ने के लिए एक मजबूत नेता की जरूरत है.

वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि हमें अपने अंदर झांकना होगा. लोग हमें छोड़कर जा रहे हैं. हमारी पार्टी कमजोर हो रही है. हम कांग्रेस को कमजोर होते नहीं देख सकते. उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं. और कितना इंतजार करेंगे. श्री सिब्बल ने कहा- हम हमेशा कांग्रेस के साथ खड़े रहे. हम हमेशा कांग्रेस के साथ खड़े रहेंगे. हमने कभी भी पार्टी के खिलाफ बयान नहीं दिया.

श्री सिब्बल ने कहा- आज भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से कह रहा हूं कि हम आपके साथ हैं. कांग्रेस को बुनियादी तौर पर मजबूत कीजिए. संगठन को मजबूत कीजिए. हमने पंजाब की घटनाओं पर अब तक कुछ नहीं कहा. हमारी वजह से कोई पार्टी छोड़कर नहीं जा रहा. लेकिन, हमें सोचना होगा कि जब सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का वक्त है, तो लोग हमें छोड़कर क्यों जा रहे हैं.

कपिल सिब्बल ने यह भी कहा कि पार्टी के अंदर संवाद की जरूरत है. कार्यकर्ताओं की आवाज सुनी जानी चाहिए. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि कोई भी इंसान या कार्यकर्ता किसी के खिलाफ नहीं हो सकता. हम पार्टी के पक्ष में हैं. हम पार्टी के नेता के पक्ष में हैं. हम किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है. लेकिन, यह भी एक सच्चाई है कि इतने अरसे से हमारी पार्टी का कोई अध्यक्ष नहीं है. हमें यह नहीं मालूम कि बड़े फैसले कौन ले रहा है.

पंजाब में अस्थिरता से पाकिस्तान और ISI को फायदा- सिब्बल

कपिल सिब्बल ने पंजाब का जिक्र किया, लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह को जिस तरह से पंजाब के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया, उस पर कोई टिप्पणी नहीं की. लेकिन, देश के पूर्व कानून मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की सीमा से सटे पंजाब में जिस तरह की अस्थिरता उत्पन्न हुई है, कांग्रेस में जो उथल-पुथल मची हुई है, पार्टी के लिए उसके मायने क्या हैं? इसका फायदा सीधे-सीधे आईएसआई और पाकिस्तान को होगा. हमें पंजाब में उग्रवाद के उदय का इतिहास मालूम है. पंजाब के बचाने के लिए कांग्रेस को एकजुट रहना होगा.

पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू प्रकरण, कैप्टन अमरिंदर सिंह की दिल्ली यात्रा और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद कपिल सिब्बल के इस बयान के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.

Posted By: Mithilesh Jha