विपक्षी एकता पर पीएम मोदी का हमला, ‘गाइत कुछ है माल कुछ है, लेबल कुछ है’ -24 के लिए 26 हुईं हैं पार्टियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बेंगलुरू में जुटे ये लोग एक चेहरे पर कई चेहरे लगाये हुए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दलों की स्वार्थ भरी राजनीति के कारण विकास का लाभ देश के दूर-दराज वाले इलाकों तक पहुंचा ही नहीं. जनता को इनसे सतर्क रहने की जरूरत है.

By Rajneesh Anand | July 18, 2023 11:58 AM

गाइत कुछ है, हाल कुछ है, लेबल कुछ है, माल कुछ है, 24 के लिए 26 होने वाले राजनीतिक दलों पर यह गाना बिलकुल फिट बैठता है. अवधी भाषा में लिखी गयी यह कविता बेंगलुरू में आयोजित होने वाली पार्टियों पर फिट बैठती है, क्योंकि इनकी हालत भी कुछ एेसी ही है. जो गाते कुछ हैं, हाल कुछ है, लेबल कुछ और है और माल भी कुछ और है. ये लोग जनता के हित के लिए नहीं जुटे हैं, बल्कि अपना हित साधने के लिए जुटे हैं. इन नेताओं की दुकान पर जातिगत दुष्प्रचार और भ्रष्टाचार स्पष्ट नजर आता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन तीखे शब्दों के साथ आज वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नये टर्मिनल के उद्‌घाटन अवसर पर कही.

विपक्षी एकता के सच को पहचाने जनता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बेंगलुरू में जुटे ये लोग एक चेहरे पर कई चेहरे लगाये हुए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दलों की स्वार्थ भरी राजनीति के कारण विकास का लाभ देश के दूर-दराज वाले इलाकों तक पहुंचा ही नहीं. जनता को इनसे सतर्क रहने की जरूरत है. जिस परिवार के सभी लोग जमानत पर हों, उनके बारे में क्या कहा जा सकता है. ये लोग लोकतंत्र को बंधक बनाकर रखना चाहते थे. इनके लिए परिवार सबसे ऊपर है. ना खाता ना बही, जो परिवार कहे सब सही. इसलिए जनता को इनका असली चेहरा पहचानने की जरूरत है. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि जब जनता इन पार्टियों का चेहरा देखती है, तो उन्हें सिर्फ भ्रष्टचार की याद आती है, यही वजह है कि लोकसभा चुनाव 2024 में जनता भाजपा को जिताने का फैसला कर चुकी है.

सात सौ करोड़ की लागत से बनाया गया है टर्मिनल

लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है टर्मिनल के बन जाने से अंडमान और निकोबार द्वीप की यात्रा आसान हो जायेगी और विशेष रूप से इस क्षेत्र में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा. नये टर्मिनल भवन का निर्माण लगभग सात सौ दस करोड़ रूपये की लागत से किया गया है. यह टर्मिनल अंडमान और निकोबार के संपर्क को बढ़ावा देने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभायेगा. यह टर्मिनल लगभग 40 हजार आठ सौ वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है. नये टर्मिनल भवन में सालाना लगभग 50 लाख यात्रियों के प्रबंधन की क्षमता है. इस हवाई अड्डे में एक बार में 10 विमान को पार्किंग की सुविधा मिलेगी, जिसकी लागत लगभग 80 करोड़ रुपये है.

कांग्रेस सिर्फ परिवार का भला चाहती है

पिछली सरकार पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकार के नौ साल में अंडमान निकोबार में करीब 28 हजार घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ा गया था, लेकिन हमारी सरकार ने नौ साल में 50 हजार से अधिक परिवारों को यह सुविधा दी गयी है. लंबे समय तक भारत में विकास का दायरा कुछ बड़े शहरों और कुछ क्षेत्रों तक सीमित रहा, लेकिन अब परिस्थिति अलग है. अब सरकार सबका साथ और सबका विकास चाहती है. कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये दल उन्हीं कामों को प्राथमिकता देते थे, जिसमें इनका खुद का भला हो, इनके परिवार का भला हो. नतीजा ये हुआ कि हमारे आदिवासी क्षेत्रों और द्वीपों की जनता विकास से वंचित रही, विकास के लिए तरसती रही.

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2024 में बीजेपी को सत्ता से बाहर करना विपक्ष का उद्देश्य

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव2024 मेंनरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्ष एकजुट हो रहा है. इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहल की और पटना में 15 विपक्षी दलों को एक मंच पर लेकर आये और अब बेंगलुरु में 24 पर्टियां 17 जुलाई से मंथन कर रही हैं. विपक्ष की यह बैठक बहुत ही खास है क्योंकि इस बैठक में तमाम दिग्गज जुट रहे हैं. विपक्ष का मनोबल बढ़ाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी बेंगलुरु बैठक का हिस्सा बनीं. तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी भी इस बैठक में अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी के साथ शामिल हुईं हैं. विपक्ष के महागठबंधन पर सत्तापक्ष लगातार हमलावर रहा है और यह कहता रहा है कि विपक्ष का महागठबंधन महज स्वार्थी लोगों का एक ग्रुप है जहां सब के सब अपना हित साधने के लिए इकट्ठे हुए हैं. बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक से पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि विपक्ष इसे महागठबंधन बता रहा है लेकिन दरअसल यह कोई गठबंधन नहीं है इनका एक मात्र उद्देश्य है पीएम मोदी को सत्ता से हटाना. लेकिन इनका यह सपना सच होने वाला नहीं है क्योंकि जीरो से अगर जीरो को जोड़ा जायेगा तो नतीजा सिफर ही रहेगा.

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