आपातकाल की 50वीं बरसी पर बरसे पीएम मोदी, बोले- कांग्रेस सरकार में प्रेस की स्वतंत्रता खत्म कर दी गई

PM Modi On Emergency: आज भारतीय जनता पार्टी ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मना रही है. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश में आपातकाल लागू किया गया था. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है.

By Ayush Raj Dwivedi | June 25, 2025 10:44 AM

PM Modi On 50 year of Emergency: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 25 जून को देशभर में ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मना रही. यह दिन 1975 में लगाए गए आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के रूप में चिन्हित किया गया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए आपातकाल को लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में याद किया.

पीएम मोदी ने कहा- लोकतंत्र को बंधक बना लिया गया था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “आज भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक, आपातकाल लागू होने के पचास साल पूरे हो गए हैं. भारत के लोग इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में याद करते हैं.” उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 को मौलिक अधिकारों को रौंदा गया, प्रेस की स्वतंत्रता खत्म कर दी गई और हजारों राजनीतिक कार्यकर्ताओं को जेल में डाला गया.

पीएम ने 42वें संविधान संशोधन का ज़िक्र करते हुए कहा कि यह तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा संविधान की भावना को कुचलने का बड़ा उदाहरण था. उन्होंने आपातकाल के खिलाफ संघर्ष करने वाले हर व्यक्ति को सलाम किया.

शाह बोले- कांग्रेस की सत्ता की भूख का प्रतीक था आपातकाल

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आपातकाल कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता और सत्ता की भूख का परिणाम था. उन्होंने लिखा, “यह कोई राष्ट्रीय आवश्यकता नहीं, बल्कि एक व्यक्ति की लोकतंत्रविरोधी सोच का प्रतिबिंब था. प्रेस की स्वतंत्रता कुचली गई, न्यायपालिका को बंधक बना दिया गया और हजारों नागरिकों को जेलों में ठूंसा गया.” शाह ने इस संघर्ष में बलिदान देने वाले सभी लोकतंत्र सेनानियों को श्रद्धांजलि दी.

जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर साधा निशाना

भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि 1975 में लगाया गया आपातकाल कोई साधारण घटना नहीं बल्कि लोकतंत्र पर सीधा हमला था. उन्होंने कहा कि “आज 50 साल बाद भी कांग्रेस की मानसिकता नहीं बदली है, वह आज भी वही तानाशाही रवैया अपनाए हुए है.”