Parliament Monsoon Session: जब रावण ने लक्ष्मण रेखा पार की तो लंका जल गई, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बहस के पहले बयानबाजी तेज
Parliament Monsoon Session : आज लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बहस की शुरुआत राजनाथ सिंह करेंगे. चर्चा में अमित शाह, एस. जयशंकर, अनुराग ठाकुर और निशिकांत दुबे के शामिल होने की संभावना है. संसद में गतिरोध जारी था जिसके बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा प्रस्तावित की गई है.
Parliament Monsoon Session : हंगामे के कारण संसद में गतिरोध बना हुआ था. इसके बाद संसद का मानसून सत्र सोमवार यानी आज से दोबारा शुरू हो रहा है, जिसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा प्रस्तावित है. यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों की जवाबी कार्रवाई में शुरू किया गया था. इसमें पाकिस्तान आधारित आतंकी ग्रुप को टारगेट किया गया था.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स पर लिखा– जब रावण ने लक्ष्मण रेखा पार की, तो लंका जल गई. जब पाकिस्तान ने भारत द्वारा खींची गई लाल रेखा पार की, तो पाकिस्तान को आग का सामना करना पड़ा.
सेना पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए : बीजेपी सांसद भारत सिंह कुशवाह
संसद में चर्चा होने जा रहे ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बीजेपी सांसद भारत सिंह कुशवाह ने कहा, ” यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष सेना पर सवाल उठा रहा है. यह बिल्कुल भी सही नहीं है. अगर आज हम खुलकर सांस ले पा रहे हैं, तो इसका श्रेय सेना को जाता है. सेना पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए.”
ये सभी बेहद अहम मुद्दे थे : कांग्रेस सांसद तारिक अनवर
ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में होने वाली चर्चा को लेकर कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा, “इस पर काफी देर हो चुकी है. ऑपरेशन सिंदूर, संघर्षविराम, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का बयान—ये सभी बेहद अहम मुद्दे थे, जिन्हें प्रधानमंत्री को प्राथमिकता देनी चाहिए थी. लेकिन इसे टाल दिया गया और अब आज से इस पर बहस शुरू हो रही है. ऐसा लगता है कि सरकार ने जानबूझकर इसे देर से उठाया. हालांकि अब सारी बातें सामने आएंगी और देशवासियों को लोकसभा सत्र के माध्यम से ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी घटनाओं की पूरी जानकारी मिलेगी.”
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मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ है
मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ और 5 दिन चला, जिसमें बार-बार व्यवधान देखे गए. इस दौरान भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अप्रत्याशित इस्तीफे ने सभी को चौंका दिया. इसके बाद उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर गहमा-गहमी चल रही है.
