Operation Sindoor: भारतीय सेना ने धर्म नहीं कर्म देखकर आतंकियों का किया खात्मा

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान युवाओं द्वारा दिखाए गए उत्साह और दृढ़ संकल्प ने सेना का मनोबल बढ़ाने का काम किया. भारतीय सेना ने देश के लोगों के सहयोग को देखते हुए पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले का करारा जवाब दिया और निर्धारित लक्ष्यों को सटीकता के साथ हासिल किया.

By Anjani Kumar Singh | August 25, 2025 6:28 PM

Operation Sindoor: पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया. इसका मकसद पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठनों को निशाना बनाना था. लेकिन जब पाकिस्तान की ओर से आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर भारत पर जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश की गयी तो सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने का काम किया. भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तान के कई सैन्य बेस तबाह हो गए और ऑपरेशन सिंदूर भारत की सशक्त सैन्य कार्रवाई का एक शानदार उदाहरण साबित हुआ. 

खास बात रही है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों ने सशस्त्र बलों को पूरा सहयोग देने का काम किया. इससे जाहिर होता है कि देश की सुरक्षा केवल सरकार या सेना की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है. सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजस्थान के जोधपुर में रक्षा एवं खेल अकादमी के उद्घाटन के मौके पर कहा कि यदि नागरिक, खासकर युवा, अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक और समर्पित रहें, तो देश किसी भी कठिनाई का सामना कर सकता है और मजबूत बन सकता है.

मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए रक्षा, शिक्षा और खेल का समन्वय जरूरी


रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान युवाओं द्वारा दिखाए गए उत्साह और दृढ़ संकल्प ने सेना का मनोबल बढ़ाने का काम किया है. भारतीय सेना ने देश के लोगों के सहयोग को देखते हुए पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले का करारा जवाब दिया और निर्धारित लक्ष्यों को सटीकता के साथ हासिल किया. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करता है. पहलगाम में आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों के धर्म के आधार पर उनकी हत्या करने का काम किया और सेना ने उसका करारा जवाब दिया. आतंकवादियों के खिलाफ सरकार द्वारा चलाया गया ऑपरेशन नए भारत की पहचान है. 


ऑपरेशन सिंदूर यह साबित करता है कि देश के खिलाफ काम करने वालों के खिलाफ सरकार क्या कदम उठा सकती है. रक्षा एवं खेल अकादमी जैसी पहलों के महत्व के बारे में बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि एक सुरक्षित और मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए रक्षा, शिक्षा और खेल का समन्वय बेहद आवश्यक है. दृढ़ता, अनुशासन, धैर्य और दृढ़ संकल्प जैसे गुण एक सैनिक के लिए उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने एक खिलाड़ी के लिए.