करनाल टोल प्लाजा हथियार मामला : एनआईए ने पंजाब में सात जगहों पर छापेमारी की, बब्बर खालसा से जुड़ रहे तार

मामला करनाल के मधुबन क्षेत्र के बत्रारा टोल प्लाजा से आईईडी और हथियार और गोला-बारूद की जब्ती से संबंधित है, जिसमें एक सफेद इनोवा कार से तीन आईईडी, एक पिस्तौल, दो मैगजीन, 31 जिंदा कारतूस, छह मोबाइल और 1.30 लाख नकद बरामद किए गए और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2022 11:24 AM

चंडीगढ़ : हरियाणा के करनाल के बसताड़ा स्थित टोल प्लाजा पर भारी मात्रा में मिले हथियार मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पंजाब में करीब सात स्थानों पर छापेमारी की है. इस मामले में जांच के दौरान एएनआई को पता चला है कि करनाल के टोल प्लाजा पर रखे गए हथियार और गोला-बारूद मामले के पीछे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल का हाथ है. एनआईए के प्रवक्ता के अनुसार, पिछले मई महीने में करनाल टोल प्लाजा के पास से एक सफेद इनोवा कार से तीन आईईडी, एक पिस्तौल, दो मैगजीन, 31 कारतूस, छह मोबाइल और 1.30 लाख रुपये बरामद किए गए थे. इसके साथ ही, करीब चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था.

समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, करनाल के टोल प्लाजा से हथियार बरामदगी मामले में एनआईए ने बुधवार को पंजाब के सात स्थानों पर छापेमारी की. रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच एजेंसी ने पंजाब के जिन सात स्थानों पर छापेमारी की, उनमें लुधियाना, फिरोजपुर और गुरदासपुर शामिल है. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, आतंकवाद रोधी एजेंसी ने तलाशी के दौरान डिजिटल उपकरण, वित्तीय लेनदेन और संपत्ति और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त करने का दावा किया है.

करनाल के मधुबन क्षेत्र से बरामद किया गया था हथियार

मामला करनाल के मधुबन क्षेत्र के बत्रारा टोल प्लाजा से आईईडी और हथियार और गोला-बारूद की जब्ती से संबंधित है, जिसमें एक सफेद इनोवा कार से तीन आईईडी, एक पिस्तौल, दो मैगजीन, 31 जिंदा कारतूस, छह मोबाइल और 1.30 लाख नकद बरामद किए गए और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. मामला शुरू में 5 मई को करनाल जिले के मधुबन पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और उसी दिन एनआईए द्वारा फिर से पंजीकृत किया गया था.

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बब्बर खालसा का आरोपियों से साठगांठ

जांच एजेंसी एनआईए ने कहा कि जांच के दौरान यह पता चला कि बीकेआई (बाबर खालसा इंटरनेशनल) के पाकिस्तान स्थित ऑपरेटिव हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा ने भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के इशारे पर विस्फोटक, हथियार और गोला-बारूद की डिलीवरी का समन्वय किया था. इस आतंकी संगठन का गिरफ्तार आरोपियों के साथ मिलीभगत है.

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