Murshidabad Violence : फूट डालो और राज करो का खेल चल रहा है, ममता बनर्जी ने आरएसएस का नाम भी लिया

Murshidabad Violence : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी और आरएसएस पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि वे हमें बांटना चाहते हैं. इस बीच पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने लोगों की शिकायतें सुनी.

By Amitabh Kumar | April 20, 2025 6:32 AM

Murshidabad Violence : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) ने राज्य में दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार शुरू किया है. ममता ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक समुदायों को एक-दूसरे का ख्याल रखना चाहिए. मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ये ताकतें उकसावे पर हुई एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पृष्ठभूमि का इस्तेमाल कर रहीं हैं. ऐसा विभाजनकारी राजनीति करने के लिए किया जा रहा है.

‘फूट डालो और राज करो’ का खेल चल रहा है:  ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने  एक खुले पत्र में आरोप लगाया, ‘‘पश्चिम बंगाल में बीजेपी और उसके सहयोगी अचानक बहुत आक्रामक हो गए हैं. इन सहयोगियों में संघ भी शामिल है. मैंने पहले संघ का नाम नहीं लिया था, लेकिन अब मुझे उसका नाम बताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. इन सभी ने मिलकर राज्य में दुष्प्रचार अभियान शुरू किया है.’’ ममता ने कहा, ‘‘ये ताकतें उकसावे पर हुई एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पृष्ठभूमि का इस्तेमाल कर रही हैं. वे इस पृष्ठभूमि का इस्तेमाल विभाजनकारी राजनीति करने के लिए कर रहे हैं. वे ‘फूट डालो और राज करो’ का खेल खेलने का प्लान तैयार कर रहे हैं जो भयावह है.’’

अपराधियों से निपटा जा रहा है सख्ती से

 ममता बनर्जी ने कहा कि दंगों में शामिल अपराधियों से सख्ती से निपटा जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक समुदायों को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए. उन्हें एक-दूसरे का ख्याल रखना चाहिए.’’

बंगाल के राज्यपाल ने शिकायतें सुनी

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेतबोना के ग्रामीणों ने शनिवार को नाराज होकर सड़क जाम कर दिया. उनका आरोप था कि राज्यपाल सी वी आनंद बोस का काफिला उनकी शिकायतें सुने बिना उनके इलाके से गुजर गया. प्रदर्शनकारियों ने तब तक अपना विरोध जारी रखा जब तक राज्यपाल उनसे मिलने के लिए वापस नहीं आ गए. जब यह बात राज्यपाल के संज्ञान में लाई गई तो उन्होंने काफिले को लौटने का आदेश दिया. भीड़ ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया.

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