MEA: ‘अवैध परमाणु गतिविधियां पाकिस्तान के तस्करी भरे इतिहास के अनुरूप’, ट्रंप के दावे पर भारत सरकार की पहली प्रतिक्रिया

MEA: विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के परमाणु परीक्षणों को लेकर किए गए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर कहा कि पाकिस्तान की परमाणु गतिविधियां तस्करी और धोखाधड़ी के लंबे इतिहास का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा पाकिस्तान के रिकॉर्ड के इन पहलुओं की ओर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है.

By Pritish Sahay | November 7, 2025 7:13 PM

MEA: विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को पाकिस्तान के परमाणु परीक्षणों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों पर कहा कि ‘पाकिस्तान की गुप्त परमाणु गतिविधियां दशकों से जारी तस्करी और निर्यात नियंत्रण से जुड़े उल्लंघनों पर आधारित रही हैं.’ बीते हफ्ते ट्रंप ने पाकिस्तान का नाम परमाणु हथियार परीक्षण कर रहे देशों में शामिल किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह बात तीन दशकों से भी अधिक समय बाद अमेरिका की ओर से अपने परमाणु संसाधनों का परीक्षण फिर से शुरू किये जाने संबंधी अपने प्रशासन की योजना को सही ठहराने के लिए कही थी.

अवैध परमाणु गतिविधियां पाकिस्तान के तस्करी भरे इतिहास के अनुरूप- MEA

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा ‘‘गुप्त और अवैध परमाणु गतिविधियां पाकिस्तान के इतिहास के अनुरूप हैं, जो दशकों से चल रही तस्करी, निर्यात नियंत्रण से जुड़े उल्लंघनों और गुप्त साझेदारियों पर आधारित हैं.’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम एक्यू खान नेटवर्क और आगे प्रसार के इर्द-गिर्द केंद्रित है.  भारत ने हमेशा पाकिस्तान के रिकॉर्ड के इन पहलुओं की ओर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है. उन्होंने कहा “इस पृष्ठभूमि में, हमने पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण के बारे में राष्ट्रपति ट्रंप की टिप्पणी पर गौर किया है.”

‘हम यूएई के अधिकारियों के संपर्क में हैं’- MEA

मेजर विक्रांत कुमार जेटली (सेवानिवृत्त) के मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा ‘हम यूएई के अधिकारियों के संपर्क में हैं. हम उनसे चार बार कांसुलर मुलाकात कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि हम हर संभव मदद मुहैया करा रहे हैं. 3 नवंबर को यह मामला दिल्ली हाई कोर्ट में आया और हाई कोर्ट ने कुछ निर्देश दिए हैं.  उन निर्देशों के आधार पर, हम मेजर विक्रांत को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं.’