Watch Video: डिंपल यादव पर अभद्र टिप्पणी करने वाले मौलाना की जमकर पिटाई, वीडियो वायरल
Maulana Sajid Rashidi Slapped: समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव की पत्नी और सांसद डिंपल यादव पर अभद्र टिप्पणी करने वाले मौलाना की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि न्यूज रूम में ही कुछ लोगों ने मौलाना की जमकर पिटाई कर रहे हैं.
Maulana Sajid Rashidi Slapped: डिंपल यादव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले ऑल इंडिया इमाम एसोसिशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी की जमकर पिटाई की गई है. जिसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि न्यूज रूम में मौलाना के पास एक युवक पहुंचता है. उससे कुछ बातचीत करता दिखता है, लेकिन अचानक ही मौलाना को थप्पड़ जड़ देता है. लंबे कद के व्यक्ति ने मौलाना को पहला थप्पड़ जड़ा, फिर वहां मौजूद और लोगों ने भी मौलाना पर ताबड़तोड़ थप्पड़ जड़ दिए.
हे प्रभु स्टूडियो में ही शुरू कर दिया 😮
— Gurpreet Garry Walia (@garrywalia_) July 29, 2025
pic.twitter.com/OqfH7qOQVD
मौलाना को क्यों मारा गया थप्पड़?
हाल ही में डिंपल यादव अपने पति और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ दिल्ली के संसद मार्ग स्थित मस्जिद में गयीं थीं. जिसके बाद मौलाना साजिद रशीदी ने एक टीवी डिबेट में डिंपल यादव पर अभद्र टिप्पणी की थी. जिसके बाद भारी बवाल हो गया है. उसी मामले को लेकर कथित रूप में कुछ सपा के नेताओं ने मौलाना पर हमला किया.
मौलवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद डिंपल यादव के खिलाफ एक टेलीविजन बहस के दौरान आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में एक मौलवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. मौलाना साजिद रशीदी के खिलाफ स्थानीय निवासी प्रवेश यादव की शिकायत पर रविवार शाम विभूति खंड थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई. प्राथमिकी के अनुसार शिकायत में राशीदी पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने ऐसे बयान दिए जो न केवल अपमानजनक और महिला विरोधी थे, बल्कि ‘‘उकसाने वाले भी थे और इनका उद्देश्य धार्मिक वैमनस्य और सांप्रदायिक तनाव फैलाना था.’’
मौलाना पर इन धाराओं के तहत केस दर्ज
मौलवी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 79 (किसी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से बोले गए शब्द, इशारे या कृत्य), धारा 196 (धर्म, जाति आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और धारा 197 (राष्ट्रीय एकता के लिए हानिकारक आरोप, दावे) सहित अन्य प्रासंगिक धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
