Maharashtra Cabinet Expansion: देवेंद्र फडणवीस सरकार का कैबिनेट विस्तार, एनसीपी नेता छगन भुजबल फिर बने मंत्री
Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र में महायुति सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के तहत एनसीपी (अजित पवार गुट) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने मंत्री पद की शपथ ली. वे धनंजय मुंडे की जगह लेंगे, जिन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया था.
Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र में मंगलवार को हुए महायुति सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में एनसीपी (अजित पवार गुट) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने मंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार की मौजूदगी में भुजबल ने जिम्मेदारी संभाली.
छगन भुजबल को एनसीपी कोटे से मंत्री बनाया गया है. वह धनंजय मुंडे की जगह लेंगे, जिन्होंने मार्च 2025 में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय से इस्तीफा दिया था.
“विभाग को लेकर कोई लालसा नहीं” – छगन भुजबल
मंत्री पद की शपथ लेने के बाद छगन भुजबल ने मीडिया से कहा, “मैं 1991 से मंत्री बनता आ रहा हूं. गृह मंत्रालय समेत कई विभागों की जिम्मेदारी संभाली है. मुझे किसी खास विभाग की लालसा नहीं है, जो मिलेगा, वह निभाऊंगा.”उन्होंने कहा कि “ऑल इज वेल” और सभी वरिष्ठ नेताओं का आभार जताया, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार, एकनाथ शिंदे, सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल शामिल हैं.
पहले जताई थी नाराजगी
गौरतलब है कि दिसंबर 2024 में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में जगह न मिलने पर छगन भुजबल ने सार्वजनिक रूप से नाराजगी जताई थी. इसके बाद से उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने की अटकलें लगाई जा रही थीं. धनंजय मुंडे के इस्तीफे के बाद उनके लिए रास्ता साफ हुआ.
“सरकार को मिलेगा अनुभव का लाभ” – एकनाथ शिंदे
छगन भुजबल की वापसी पर डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा,”भुजबल जी अनुभवी नेता हैं वे पहले भी कई महत्वपूर्ण विभागों का नेतृत्व कर चुके हैं. उनके अनुभव से राज्य सरकार को मजबूती मिलेगी.” छगन भुजबल की मंत्रिमंडल में वापसी को महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. यह न सिर्फ एनसीपी (अजित पवार गुट) के भीतर संतुलन कायम करने की कोशिश है, बल्कि आगामी राजनीतिक समीकरणों की दिशा भी तय कर सकता है.
