कल होगा शिवराज कैबिनेट का विस्तार, सिंधिया के करीबियों को मिलेगी जगह? इस पर अटकलें तेज

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में हुए उपचुनाव के बाद शिवराज कैबिनेट (Shivraj Singh Chouhan cabinet) का पहली बार विस्तार होने जा रहा है. शिवराज कैबिनेट का विस्तार शपथ ग्रहण समारोह 3 जनवरी रविवार को राजभवन में होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2021 9:45 AM

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में हुए उपचुनाव के बाद शिवराज कैबिनेट (Shivraj Singh Chouhan cabinet) का पहली बार विस्तार होने जा रहा है. शिवराज कैबिनेट का विस्तार शपथ ग्रहण समारोह 3 जनवरी रविवार को राजभवन में होगा. कैबिनेट विस्तार को लेकर राज भवन में जानकारी दे दी गई है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल रविवार को दोपहर 12:30 बजे राजभवन में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी.

रविवार को हो रहे कैबिनेट विस्तार में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कितने करीबियों को जगह मिलती है इस बात पर सबकी नजर रहेगी. बता दें कि इस साल नवंबर में तीन मंत्रियों के उपचुनाव हारने के बाद कैबिनेट में छह मंत्री पद खाली हैं. दो मंत्री – तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत अक्टूबर में उपचुनावों में मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था क्योंकि उन्होंने विधानसभा के सदस्यों छह महीने पूरे कर लिए थें.

खबरों की माने तो शिवराज सिंह चौहान के इस कैबिनेट विस्तार में तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह के मंत्रिमंडल में शामिल करने की सबसे अधिक संभावना है. वहीं राज्य भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, “मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विशेषाधिकार है. पार्टी को यह जानकारी नहीं है कि मंत्रिमंडल में कितने विधायकों को मंत्री के रूप में शामिल किया जाएगा. ”

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नवंबर में विधानसभा उपचुनावों के बाद शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट का यह पहला विस्तार होगा, जिसमें 126 सदस्यों वाली 230 सदस्यीय विधानसभा में चौहान सरकार को बहुमत हासिल हुआ था. इससे पहले उन्होंने 2 जुलाई को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था जिसमें 28 नए मंत्री शामिल थे जिनमें 20 कैबिनेट मंत्री और 8 राज्य मंत्री शामिल थे. 28 मंत्रियों में से 12 पूर्व विधायक थे जिन्होंने बाद में उपचुनाव लड़ा था. इससे पहले सीएम चौहान सहित मंत्रिमंडल में सिर्फ छह मंत्री थे. जबकि चौहान ने 23 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, उन्होंने 21 अप्रैल को अपने मंत्रिमंडल में पांच मंत्रियों को शामिल किया था. मंत्रिमंडल में अधिकतम 35 सदस्य हो सकते हैं.

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