Udaipur Murderer: कन्हैयालाल के हत्यारों ने एनआईए से पूछा- हमें फांसी होगी या उम्रकैद

पूछताछ के दौरान कन्हैयालाल के मुख्य हत्यारों ने एनाआईए से पूछा कि अदालत द्वारा उन्हें फांसी की सजा दी जाएगी या उम्रकैद की सजा सुनाई जाएगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2022 7:31 PM

उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपियों से एनआईए पूछताछ में जुटी है. लेकिन इस बीच आरोपियों को अपनी मौत की चिंता सताने लगी है. एएनआई के मुताबिक दोनों मुख्य आरोपी रियाज अटारी और गौस मोहम्‍मद ने बेशर्मी अख्तियार करते हुए एनआईए के अधिकारियों से पूछा है कि क्‍या उन्हें अदालत द्वारा फांकी की सजा दी जाएगी या उम्रकैद की सजा सुनाई जाएगी. एनआईए ने यह भी कहा कि दोनों आरोपियों को अपनी मौत का पश्चाताप नहीं है, उन्हें केवल सजा की चिंता है.

28 जून को हुई थी कन्हैलाला की हत्या

गौरतलब है कि कन्हैयालाल की हत्या 28 जून को कर दी गई थी. इस संबंध में आरोपियों से पूछताछ में यह बात सामने आया है कि कन्हैया लाल की हत्या का फैसला अपराध से लगभग एक सप्ताह पहले लिया गया था, जिसमें गौस मोहम्मद ने स्वेच्छा से वेल्डर रियाज अटारी द्वारा तैयार किए गए कसाई चाकू का उपयोग करके हत्या को अंजाम दिया था. रियाज़ और ग़ौस दोनों सूफ़ी बरेलवी मुसलमान हैं और उन्हें कायरतापूर्ण अपराध का दावा करते हुए एक वीडियो शूट करने के लिए अजमेर दरगाह जाते समय गिरफ्तार किया गया था.

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उदयपुर की घटना में जांच का दायरा बढ़ाए एनआईए

उदयपुर हत्याकांड पर कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एनआईए के महानिदेशक दिनकर गुप्ता को पत्र लिखकर उदयपुर कांड की जांच का दायरा बढ़ाने की मांग की है. डोटासरा ने कहा कि इस घटना के एक आरोपी मोहम्मद रियाज अख्तरी के बारे में मीडिया में आए तथ्यों को देखते हुए एजेंसी को जांच का दायरा बढ़ाना चाहिए. पत्र में डोटासरा ने लिखा है कि मीडिया में आईं खबरों के अनुसार अख्तरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का सक्रिय सदस्य था और वह लगातार भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल होता था तथा उदयपुर से भाजपा विधायक गुलाबचंद कटारिया के साथ उसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर सामने आई हैं.

कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना

डोटासरा ने पत्र में लिखा है कि मीडिया में आईं खबरों के अनुसार चार जुलाई को जम्मू कश्मीर के रियासी में जम्मू पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दो आतंकवादियों में से एक तालिब हुसैन शाह भी भाजपा के जम्मू अल्पसंख्यक मोर्चे का सोशल मीडिया प्रभारी था. डोटासरा ने कहा, इन खबरों से देशवासियों में बेचैनी है कि कहीं सत्ता के लालच में भाजपा देश विरोधी गतिविधियों का समर्थन तो नहीं कर रही. इस शक को दूर करने के लिए एनआईए को दोनों घटनाओं में अपनी जांच का दायरा बढ़ाना चाहिए. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा के स्थानीय नेताओं का जनता से कोई सरोकार नहीं है और उनके बीच एक अंधी दौड़ चल रही है जिसमें उन्हें बस मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनना है.

भाषा- इनपुट के साथ

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