JEE Main फर्जीवाड़ा: CBI ने दिल्ली-एनसीआर समेत 20 स्थानों पर की छापेमारी, निदेशक समेत तीन पर मामला दर्ज

सीबीआई ने दिल्ली-एनसीआर, झारखंड समेत देश के कुल 20 स्थानों पर छापेमारी की. यह छापेमारी 2021 की जेईई मुख्य परीक्षा 2021 में हुए फर्जीवाड़ा को लेकर की गई.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2021 10:49 PM

JEE Main फर्जीवाड़ा: केंद्रीय जांच एजेंसी (Central Bureau of Investigation) ने जेईई मुख्य परीक्षा 2021 (JEE Main Exam 2021) फर्जीवाड़ा मामले में गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र के पुणे और झारखंड स्थित जमशेदपुर सहित कुल 20 स्थानों पर छापेमारी (Raid) की. सीबीआई (CBI) ने इस मामले में एक सितंबर को FIR दर्ज की थी, जिसके बाद छापेमारी शुरू की गई. छापेमारी के दौरान सीबीआई को इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और मोबाइल फोन सहित कई सबूत मिले, जिन्हें जब्त करके वह अपने साथ ले गई है.

निदेशक सहित तीन कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज

सीबीआई छापेमारी के दौरान मिले सामानों की अपने लैब में फोरेंसिक जांच कराएगी. इसके बाद ही अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम देगी. सीबीआई ने जो एफआईआर दर्ज की थी, उसमें एक प्राइवेट कंपनी का नाम भी दर्ज है. सीबीआई ने कंपनी के निदेशक सहित तीन कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस मामले में कई लोगों की भूमिका होने की बात सामने आई है. इन सबको खंगालने में सीबीआई की टीम जुटी हुई है. जेईई मुख्य परीक्षा को एक निजी शिक्षण संस्थान एफिनेटी एजुकेशन (Affinity Education) ने कराया था..

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ये सामान हुए बरामद

सीबीआई की एक टीम ने सिद्धार्थ कृष्णा, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय सहित संस्थान (Affinity Education) के निदेशकों के दिल्ली-एनसीआर, पुणे, बेंगलुरु, जमशेदपुर सहित विभिन्न शहरों में लगभग 20 परिसरों की तलाशी ली. तलाशी के दौरान, एजेंसी ने 25 लैपटॉप, 7 कंप्यूटर, लगभग 30 पोस्ट-डेटेड चेक के साथ-साथ विभिन्न छात्रों की मार्कशीट के बड़े पैमाने पर आपत्तिजनक दस्तावेज, उपकरण और डेटा बरामद किया है. प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, जेईई मेन 2021, गुरुवार को संपन्न हुई. इस वर्ष यह चार सत्रों में आयोजित की गई थीआ.

आरोपी छात्रों से लेते थे 12-15 लाख रुपये

आरोप लगाया गया है कि एफिनिटी और उसके निदेशक जेईई (मेन्स) की ऑनलाइन परीक्षा में हेरफेर कर रहे थे. वे सोनीपत (हरियाणा) में चुने गए परीक्षा केंद्र से रिमोट एक्सेस के माध्यम से आवेदक के प्रश्न पत्र को हल करते थे. इसके बदले वे छात्रों से पैसे लेते थे. आरोपी 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, यूजर आईडी, पासवर्ड और देश के विभिन्न हिस्सों में इच्छुक छात्रों के पोस्ट डेटेड चेक सुरक्षा के रूप में प्राप्त करते थे. एक बार एडमिशन होने के बाद वे प्रत्येक उम्मीदवार से 12-15 लाख रुपये लेते थे.

Posted by : Achyut Kumar

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