नहीं रूक रही है नेपाल की हरकत, उत्तराखंड के पास बनाया एक और पोस्ट, तैनात किया 35 जवान

india nepal, nepal news, india nepal border, nepal border, indo nepal border : नेपाल ने अब उत्तराखंड से 35 किमी दूर पिथौरागढ़ के पास नया पोस्ट तैयार किया है. यह पोस्ट नेपाल के पंचेश्वर में है. नेपाल ने इस पोस्ट पर 35 जवानों को तैनात किया है. साथ ही पोस्ट पर निरिक्षक को भी तैनात किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2020 9:25 AM

देहरादून : नेपाल ने अब उत्तराखंड से 35 किमी दूर पिथौरागढ़ के पास नया पोस्ट तैयार किया है. यह पोस्ट नेपाल के पंचेश्वर में है. नेपाल ने इस पोस्ट पर 35 जवानों को तैनात किया है. साथ ही पोस्ट पर निरिक्षक को भी तैनात किया गया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार नेपाल ने चीनी उकसाने पर पिथौरागढ़ के पास एक पोस्ट तैयार किया है. इस पोस्ट पर नेपाल सेना के 35 जवानों को तैनात किया गया है. नेपाल द्वारा यह हरकत पिछले एक महीने से चल रहे सीमा विवाद के बीच किया गया है.

इससे पहले, एबीपी न्यूज ने बताया कि नेपाल अपनी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. रिपोर्ट के के अनुसार उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भारतीय सीमा के पास लिपुलेख के दूसरी तरफ नेपाल ने एक हेलीपैड बना लिया है. यहां गतिविधि तेज नजर आ रही है. यही नहीं इन इलाकों में ऐसे टेंट भी नजर आ रहे हैं जिनपर चीनी भाषा में कुछ लिखा हुआ है. इससे यह साफ हो रहा कि नेपाल ऐसी हिमाकत चीन की शह पर कर रहा है.

नेपाल में राजनीतिक उठा-पटक– भारत से सीमा विवाद के बीच नेपाल में राजनीतिक उठा-पटक तेज हो गई है. नेपाल में सरकार में शामिल सहयोगी पार्टियों ने पीएम को इस्तीफा देने के लिए कहा है. वहीं इस्तीफे देने की मांग के बीच पीएम केपी ओली बीमार पड़ गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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एफएम पर शुरू किया था दुष्प्रचार- बता दें कि भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को नेपाली भूभाग बताने वाले अपने दावे को मजबूत करने के लिए नेपाल अब भारत के साथ लगती सीमा के पास अपने एफएम रेडियो चैनलों के जरिए भारत विरोधी दुष्प्रचार कर शुरू कर दिया है. सीमा के पास रह रहे भारतीय गांवों के निवासियों का कहना है कि नेपाली चैनलों द्वारा प्रसारित गीत आधारित या अन्य कार्यक्रमों के बीच में भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा क्षेत्रों को वापस किये जाने की मांग करने वाले भारत-विरोधी भाषण दिए जा रहे हैं.

Posted By: Avinish Kumar Mishra

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